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नेशनल

दिल्ली में सुबह कोहरा छाया, कई रेलगाड़ियां प्रभावित

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नई दिल्ली, 13 नवंबर (आईएएनएस)| दिल्ली में सोमवार सुबह न्यूनतम तापमान 12.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से एक डिग्री नीचे है।

उत्तरी भारत में हल्के कोहरे के कारण करीब 69 रेलगाड़ियां निर्धारित समय से देरी से पहुंची, 22 के समय में परिवर्तन किया गया है और आठ रेलगाड़ियों को रद्द करना पड़ा।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा, सुबह मध्यम स्तर के कोहरे के साथ दिनभर आसमान साफ रहेगा।

सुबह 8.30 बजे आद्र्रता 93 प्रतिशत और श्यता 400 मीटर दर्ज की गई।

राजेंद्र नगर टर्मिनल-नई दिल्ली संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में 24 घंटे से अधिक, जबकि सीतामढ़ी-आनंद विहार लीचवी एक्सप्रेस में 25 घंटे से अधिक की देरी हुई।

रद्द की गई ट्रेनों में नई दिल्ली-वाराणासी महामना एक्सप्रेस, दिल्ली-आजमगढ़ कैफियत एक्सप्रेस, आनंद विहार-मऊ एक्सप्रेस, श्रीगंगानगर-दिल्ली इंटरसिटी, दिल्ली-फजलिका इंटरसिटी, दिल्ली-अलीपुरद्वार महानंदा एक्सप्रेस और रैक्सुअल-दिल्ली सद्भावना एक्सप्रेस शामिल हैं।

दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) के मुताबिक, किसी भी उड़ान में देरी नहीं हुई और न ही किसी उड़ान को रद्द किया गया है।

वहीं, रविवार का अधिकतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस रहा जो इस मौसम का औसत तापमान है जबकि न्यूनतम तापमान औसत से एक डिग्री नीचे 13 डिग्री सेल्सियस रहा था।

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आध्यात्म

नवरात्रि के चौथे दिन होती है मां कुष्मांडा की आराधना, भक्तों के सभी कष्ट हरती हैं मां

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नवरात्रि का चौथा दिन मां कूष्मांडा को समर्पित है। इस दिन मां कूष्मांडा की उपासना की जाती है।  मां कूष्मांडा यानी कुम्हड़ा। कूष्मांडा एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है कुम्हड़ा, यानी कद्दू, पेठा। धार्मिक मान्यता है कि मां कूष्मांडा को कुम्हड़े की बलि बहुत प्रिय है। इसलिए मां दुर्गा के इस स्वरुप का नाम कूष्मांडा पड़ा।

मां को प्रिय है ये भोग

नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा को मालपुआ का प्रसाद अर्पित कर भोद लगाएं। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आएगी। साथ ही इस दिन कन्याओं को रंग-बिरंगे रिबन या वस्त्र भेट करने से धन में वृद्धि होगी।

यूं करें मां कूष्मांडा की पूजा

मां कूष्मांडा की पूजा सच्चे मन से करें। मन को अनहत चक्र में स्थापित करें और मां का आशीर्वाद लें। कलश में विराजमान देवी-देवता की पूजा करने के बाद मां कूष्मांडा की पूजा करें। इसके बाद हाथों में फूल लें और मां का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करें।

सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च. दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु।

माता कूष्मांडा हरेंगी सारी समस्याएं

जीवन में चल रही परेशानियों और समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मां कूष्मांडा के इस मंत्र का जाप 108 बार अवश्य करें। ऐसा करने से सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा।

दुर्गतिनाशिनी त्वंहि दारिद्रादि विनाशिनीम्।
जयंदा धनदां कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम्॥

मां कूष्मांडा की पूजा के बाद इस मंत्र का 21 बार जप करें

सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च।

दधाना हस्त पद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥

शास्त्रों में उल्लेख है कि इस मंत्र के जप से सूर्य संबंधी लाभ तो मिलेगा ही,साथ ही, परिवार में खुशहाली आएगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आय में बढ़ोतरी होगी।

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