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हेल्थ

दिल का दौरा टालने के लिए 9 बातें जरूरी

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दिलनई दिल्ली| यह विश्व हृदय महीना है और ऐसे में अपने घरों को स्वस्थ दिल बनाने के लिए काम करना चाहिए। अगर समय रहते जीवनशैली में सुधार कर लिया जाए तो दिल की बीमारी ठीक हो सकती है। नौ ऐसी बातें हैं, जिन्हें बदल कर दिल के दौरे को टाला जा सकता है। जीवनशैली संबंधी नौ सुधार में धूम्रपान, डिस्लिपडेमिया, हाइपरटेंशन, डायबिटीज, पेट का मोटापा, साइकोसोशल फैक्टर, नियमित तौर पर शराब का सेवन, आहार में फल और सब्जियों की कमी और एक ही जगह बैठे रहने वाली जीवनशैली शामिल हैं। 90 प्रतिशत लोगों को इनसे से किसी या कुछ चीजों की वजह से दिल का दौरा पड़ता है। इन बुरी आदतों में सुधार करके आने वाली दिल की बीमारियों से बचा जा सकता है।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) डॉ. के.के. अग्रवाल ने बताया, “घर पर दिल को सेहतमंद बनाने वाली आदतें अपना कर दिल की ज्यादातर बीमारियों को कम किया जा सकता है। बच्चों को शुरू से ही धूम्रपान के बुरे प्रभाव के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए, सेहतमंद आहार और नियमित व्यायाम के फायदे बताने चाहिए। बच्चों को भविष्य में अपनाई जाने वाली आदतों को प्रभावित करने में मां-बाप अहम रोल निभा सकते हैं। अगर मां-बाप धूम्रपान करते हों, तनावपूर्ण और सुस्त जीवन बिताते हों तो बच्चों में भी यह आदतें पड़ जाएंगी।”

इन बातों का ध्यान रख कर हम अपने घर में दिल के लिए सेहतमंद माहौल बना सकते हैं :

* सेहतमंद खाद्य पदार्थो के विकल्प घर पर रखें।

* जंक और पैकेटबंद खाना खाने से परहेज करें, उसमें अत्यधिक चीनी, वसा और नमक होता है।

* ताजा फल और सब्जियों को अपने आहार में शामिल करें। मीठा खाने की इच्छा को आम और दूसरे मीठे फल खाकर पूरी करें।

* घर पर अपने खाने के लिए और बच्चे के टिफिन के लिए सेहतमंद और सृजनात्मक लंच बनाएं।

* घर पर धूम्रपान करने पर पूरी तरह से पाबंदी लगाएं, इससे न सिर्फ आपकी सेहत अच्छी रहेगी, बल्कि बच्चों की सेहत भी अच्छी रहेगी और वह इस आदत को अपनाने के प्रति उत्साहित भी नहीं होंगे। धूम्रपान छोड़ कर आप अपने बच्चों के लिए बेहतर आदर्श बन सकते हैं।

* टीवी देखने और वीडियो गेम खेलने के घंटे कम और निश्चित करें और शारीरिक गतिविधियों को अपनाएं।

* साइकिल चलाना, पहाड़ पर चढ़ना और बाग में खेलने जैसे गतिविधियों में भाग लें।

* अपने सीवीडी के खतरे को पहचानें।

* स्वास्थ्य सलाहकार के पास जाकर अपना रक्तचाप, कॉलेस्ट्राल, ग्लोकोज स्तर, वजन और बॉडी मास इंडेक्स की जांच करवाएं और अपने खतरों की जानकारी लें।

हेल्थ

दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी

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नई दिल्ली। दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी का क्रम लगातार जारी है. अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में अकेले डेंगू के मरीजों में भारी संख्या में इजाफे की सूचना है. दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 में डेंगू के अब तक 4533 मरीज सामने आए हैं. इनमें 472 मरीज नवंबर माह के भी शामिल हैं.

एमसीडी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में इस साल अब तक मलेरिया के 728 और चिकनगुनिया के 172 केस दर्ज हुए हैं.

डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। इसके होने से मरीज को शरीर में कमजोरी लगने लगती है और प्लेटलेट्स डाउन होने लगते हैं। एक आम इंसान के शरीर में 3 से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। डेंगू से ये प्लेटलेट्स गिरते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि 10 हजार प्लेटलेट्स बचने पर मरीज बेचैन होने लगता है। ऐसे में लगातार मॉनीटरिंग जरूरी है।

डॉक्टरों के अनुसार, डेंगू के मरीज को विटामिन सी से भरपूर फल खिलाना सबसे लाभकारी माना जाता है। इस दौरान कीवी, नाशपाती और अन्य विटामिन सी से भरपूर फ्रूट्स खिलाने चाहिए। इसके अलावा मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट देना चाहिए। इस दौरान मरीज को नारियल पानी भी पिलाना चाहिए। मरीज को ताजा घर का बना सूप और जूस दे सकते हैं।

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