Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

साइंस

धुंध ऐसी छाई, सेक्स संबंधों पर भी काली परछाई

Published

on

Loading

sex relation noनई दिल्ली। दिल्ली की खराब हवा की गुणवत्ता दिल्ली के स्वस्थ निवासियों के लिए गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि यह उनकी यौन रुचि और क्रियाओं को भी प्रभावित कर सकता है। प्रजनन विशेषज्ञों ने यह बात कही है।

विशेषज्ञों के अनुसार, वायु प्रदूषण के प्रतिकूल प्रभावों से यौन क्रियाओं में 30 प्रतिशत कमी आ सकती है। दिवाली के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बीते 17 सालों में सबसे खराब हवा की गुणवत्ता है। दिल्ली के इंदिरा आईवीएफ चिकित्सालय में प्रजनन विशेषज्ञ, सागरिका अग्रवाल ने कहा, वायु में बहुत सारे भारी तत्व हैं, जो सीधे तौर पर शरीर के हार्मोन को प्रभावित करते हैं। भारत में 15 प्रतिशत पुरुषों की आबादी बांझ है। यह दर महिलाओं की तुलना में ज्यादा है।

अग्रवाल ने कहा, पर्टिकुलेट मैटर अपने साथ पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन लिए होते हैं। इसमें सीसा, कैडमियम और पारा होते हैं, जो हार्मोन के संतुलन को प्रभावित करते हैं और शुक्राणुओं के लिए नुकसानदायक होते हैं।

अग्रवाल के अनुसार, टेस्टोस्टोरोन या एस्ट्रोजन स्तर में कमी संसर्ग की इच्छा में कमी ला सकती है। इस तरह यह यौन जीवन में बाधा पैदा कर सकती है। लेकिन प्रजनन में इस बदलाव से बचने के लिए बाहर जाते समय बहुस्तरीय फिल्टर मास्क का प्रयोग करें।

विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में पर्टिकुलेट मैटर (पीएम2.5) में भारी वृद्धि देखी गई है। यह मनुष्य के बाल की तुलना में 30 गुना महीन होता है। उन्होंने कहा कि दिवाली के बाद नवंबर में 500यूजी/एम3 मापक पैमाने पर एक रिकार्ड के साथ पीएम 2.5 शुरू हुआ और यह बाद के दिनों में 600 और 700 यूजी/एम3 रहा। यह केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानदंड 250 यूजी/एम3 से कही ज्यादा है।

शहर के एक आईवीएफ विशेषज्ञ, अरविंद वैद ने कहा कि प्रदूषण में सांस लेने से रक्त में ज्यादा मात्रा में मुक्त कण एकत्रित हो जाते हैं। यह एक प्रजनन सक्षम पुरुष में भी शुक्राणुओं की गुणवत्ता घटा सकते हैं।

साइंस

फेमस न्यूक्लियर फिजिस्ट होमी जहांगीर भाभा का आज जन्मदिन, जानें कुछ उनके बारे में

Published

on

By

Loading

नई दिल्ली। इंडियन न्यूक्लियर प्रोग्राम के जनक और फेमस न्यूक्लियर फिजिस्ट होमी जहांगीर भाभा का आज जन्मदिन है। जे. भाभा, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) के फाउंडिंग डायरेक्टर और फिजिक्स के प्रोफेसर भी थे। होमी जहांगीर भाभा का जन्म 30 अक्टूबर 1909 में एक अमीर पारसी परिवार में हुआ था। होमी जहांगीर भाभा के पिता का नाम जहांगीर होर्मुस्जी भाभा और माता का नाम मेहरबाई भाभा था, इनके पिता एक जाने-माने वकील थे जबकि माँ एक गृहिणी थीं।

होमी भाभा ने 16 साल की आयु में ही सीनियर कैम्ब्रिज परीक्षा पास कर ली थी। फिर वे गोनविले और कैयस कॉलेज में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के लिए कैम्ब्रिज गए। इसके बाद उन्होंने कैम्ब्रिज में कैवेंडिश लैब में रिसर्च करना शुरू किया और उनका पहला रिसर्च पेपर 1933 में प्रकाशित हुआ। दो साल बाद, उन्होंने अपनी पीएचडी हासिल की और 1939 तक कैम्ब्रिज में रहे।होमी भाभा ने छात्र के रूप में कोपेनहेगन में नोबेल पुरस्कार विजेता नील्स बोहर के साथ काम किया और क्वांटम सिद्धांत के विकास में प्रमुख भूमिका निभाई।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Continue Reading

Trending