Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

निलंबित आईपीएस ने लोकायुक्त को प्रस्‍तुत किया जवाब

Published

on

निलंबित आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर, संजय शर्मा, लोकायुक्त जस्टिस एन के महरोत्रा, डॉ नूतन ठाकुर, सरकारी संसाधनों और पद का सामाजिक कार्यों हेतु दुरुपयोग

Loading

लखनऊ। निलंबित आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने संजय शर्मा द्वारा लोकायुक्त जस्टिस एन के महरोत्रा को दी गयी शिकायत में आज प्रत्येक बिंदु पर अपना जवाब प्रस्तुत कर दिया। श्री ठाकुर के खिलाफ श्री शर्मा द्वारा लोकायुक्त के सामने यह शिकायत की गयी थी कि उन्होंने आय से अधिक संपत्ति खरीदी है, सरकारी संसाधनों और पद का सामाजिक कार्यों हेतु दुरुपयोग किया है, उनकी पत्नी डॉ नूतन ठाकुर अक्सर उनके कार्यालय में जाया करती थीं जहां वे मिलकर सामाजिक कार्य करते थे और ये लोग मासूम महिलाओं को नौकरी दिलवाने का लालच दे कर उन्हें उत्पीड़ित करते हैं।

श्री ठाकुर ने कल लोकायुक्त से मिल कर अपने पांच साल का संपत्ति विवरण दिया था जिसके बाद लोकायुक्त ने श्री ठाकुर को आरोप की प्रति देते हुए 15 दिन में 06 अगस्त तक आरोपों का जवाब देने को कहा था। श्री ठाकुर ने सभी बिन्दुओं पर आरोपों को गलत बताते हुए आज अपना जवाब प्रेषित कर दिया।

श्री ठाकुर ने जवाब में कहा कि उनके पास दो संपत्ति हैं जिनका विवरण वे लगातार शासन को देते रहे हैं और नूतन की संपत्ति नूतन द्वारा स्वयं अर्जित की गयी है. यह भी कहा कि उन्होंने आईजी नागरिक सुरक्षा के रूप में पूरे मनोयोग से काम किया था और किसी प्रकार से सरकारी संसाधनों का कोई दुरुपयोग नहीं किया।

 

 

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

Published

on

By

Loading

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

Continue Reading

Trending