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नोटबंदी के कारण जीडीपी दर 6 फीसदी से नीचे : रपट

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मुंबई। नोटबंदी के कारण चालू वित्त वर्ष (2016-17) की तीसरी तिमाही में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) की विकास छह फीसदी से कम होने का अनुमान है, हालांकि अर्थव्यवस्था में नकदी की वापसी तेजी से हो रही है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की एक रपट में बुधवार को यह जानकारी दी गई। एसबीआई की इकोरैप रपट में कहा गया है, “हमने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में जीडीपी के छह फीसदी से कम 5.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। चौथी तिमाही में ही यह पटरी पर लौट पाएगी और 6.4 फीसदी रहेगी। हमारा अनुमान है कि वित्त वर्ष 17 में कुल मिलाकर जीडीपी की रफ्तार 6.6 फीसदी रहेगी।”

एसबीआई की मुख्य आर्थिक सलाहकार (आर्थिक अनुसंधान विभाग) सौम्या कांति घोष ने कहा, “हमारा मानना है कि नोटबंदी के कारण विकास दर पर अल्पकालिक नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। हालांकि दीर्घकालिक अवधि में विकास दर बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ेगी।” तीसरी तिमाही के अनुमान में नोटबंदी के दो महीने भी शामिल हैं, जिससे पता चलता है कि नवंबर और दिसंबर के महीनों में अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ा है।

उन्होंने कहा कि अच्छी खबर यह है कि वित्त वर्ष 2017-18 में पुर्नमुद्रीकरण के बाद अगर मांग वापस जोर पकड़ती है तो विकास दर तेज होगी। घोष ने कहा कि अब स्थिति लगभग सामान्य है और फरवरी अंत तक करीब 70 फीसदी नकदी का पुर्नमुद्रीकरण कर दिया गया है।

केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) ने वित्त वर्ष 2016-17 में जीडीपी विकास दर 7.1 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था, जबकि वित्त वर्ष 2015-16 में यह 7.9 फीसदी थी।

घोष ने कहा, “अगर हम सीएसओ के वर्तमान अनुमान के हिसाब से चलें तो तीसरी और चौथी तिमाही में जीडीपी की दर क्रमश: 6.1 प्रतिशत और 7.8 प्रतिशत होगी, जो असंभव है। क्योंकि तरलता में कमी के झटके से उपभोक्ता खर्च में तेज गिरावट आई है।”

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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