Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

‘पद्मावत’ ने पहले सप्ताहांत में 100 करोड़ कमाए

Published

on

Loading

मुंबई, 29 जनवरी (आईएएनएस)| संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ ने विरोध के बहाने देश में जातीय और धार्मिक उन्माद फैलाने वालों को कड़ा जवाब देते हुए पहले सप्ताहांत में ही बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ रुपये की कमाई का आंकड़ा पार कर लिया है। वायकॉम 18 मोशन पिक्चर्स के अनुसार, ‘पद्मावत’ ने 28 जनवरी तक यानी सिर्फ तीन दिन में 114 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है। यह फिल्म 25 जनवरी को देशभर के 4,000 सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी।

यह फिल्म गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले रिलीज हुई थी। लेकिन इससे पहले 24 जनवरी को ‘पेड प्रिव्यू’ शो से इस फिल्म ने पांच करोड़ रुपये की कमाई की और उसके बाद 25 जनवरी को 19 करोड़, 26 जनवरी को 32 करोड़ और 27 जनवरी को 27 करोड़ और 28 जनवरी को 31 करोड़ रुपये कमाए।

व्यापार विश्लेषक तरन आदर्श ने ट्वीट किया, विरोध..विवाद..कुछ राज्यों में रिलीज न होने के बावजूद पद्मावत ने अपने पहले सप्ताहांत में शानदार कारोबार किया। फिल्म को (लगभग 35 से 37 करोड़) का नुकसान हुआ, लेकिन फिर भी इसने शानदार प्रदर्शन कर अच्छी कमाई की।

फिल्म देखने वालों को इस फिल्म में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लगा, बल्कि वे काफी तारीफ कर रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि विरोध का यह तमाशा महज राजपूत वोट पाने और हिंदुओं में धार्मिक उन्माद पैदा करने के लिए सोची-समझी साजिश के तहत खड़ा किया गया। उपद्रवियों को सत्ताधारियों का समर्थन मिलने और विपक्षी कांग्रेस की चुप्पी से साफ हो गया कि यह सारा खेल वोट के लिए था और है। इसी साल आठ राज्यों में विधानसभा और अगले साल लोकसभा चुनाव होना है।

वोट की राजनीति करने वाले कला का गला दबाना चाहते थे, लेकिन वे विफल रहे और बेनकाब भी हुए।

फिल्मकार भंसाली के लिए खुशी की बात यह भी है कि उनकी ‘पद्मावत’ अमेरिका और पाकिस्तान में भी अच्छी कमाई कर रही है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

संभल में कैसे भड़की हिंसा, किस आधार पर हो रहा दावा, पढ़े पूरी रिपोर्ट

Published

on

Loading

संभल। संभल में एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन मंदिर होने और भविष्य में कल्कि अवतार के यहां होने के दावे ने हाल ही में काफी सुर्खियां बटोरी हैं. इस दावे के पीछे कई धार्मिक और ऐतिहासिक तथ्य बताए जा रहे है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और उनके मंदिर को लेकर कई दावे पहले से ही किए जा रहे हैं. इसे लेकर धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों के आधार पर गहरी चर्चा हो भी रही है. हिंदू धर्म में कल्कि अवतार को भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार माना गया है. ऐसा माना जाता है कि कलियुग के अंत में जब अधर्म और अन्याय अपने चरम पर होगा तब भगवान कल्कि अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना करेंगे.

कैसे भड़की हिंसा?

24 नवंबर को मस्जिद में हो रहे सर्वे का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर थी. सर्वे पूरा होने के बाद जब सर्वे टीम बाहर निकली तो तनाव बढ़ गया. भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके कारण स्थिति बिगड़ गई और हिंसा भड़क उठी.

दावा क्या है?

हिंदू पक्ष का दावा है कि संभल में स्थित एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन काल में एक मंदिर था. इस मंदिर को बाबर ने तोड़कर मस्जिद बनवाई थी. उनका यह भी दावा है कि भविष्य में कल्कि अवतार इसी स्थान पर होंगे.

किस आधार पर हो रहा है दावा?

दावेदारों का कहना है कि उनके पास प्राचीन नक्शे हैं जिनमें इस स्थान पर मंदिर होने का उल्लेख है. स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इस स्थान पर प्राचीन काल से ही पूजा-अर्चना होती थी. कुछ धार्मिक ग्रंथों में इस स्थान के बारे में उल्लेख मिलता है. हिंदू धर्म के अनुसार कल्कि अवतार भविष्य में आएंगे और धर्म की स्थापना करेंगे. दावेदारों का मानना है कि यह स्थान कल्कि अवतार के लिए चुना गया है.

किस आधार पर हो रहा है विरोध?

अभी तक इस दावे के समर्थन में कोई ठोस पुरातात्विक साक्ष्य नहीं मिला है. जो भी ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स उपल्बध हैं वो इस बात की पुष्टि करते हैं कि इस स्थान पर एक मस्जिद थी. धार्मिक ग्रंथों की व्याख्या कई तरह से की जा सकती है और इनका उपयोग किसी भी दावे को सिद्ध करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

संभल का धार्मिक महत्व

शास्त्रों और पुराणों में यह उल्लेख है कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार उत्तर प्रदेश के संभल नामक स्थान पर होगा. इस आधार पर संभल को कल्कि अवतार का स्थान माना गया है. श्रीमद्भागवत पुराण और अन्य धर्मग्रंथों में कल्कि अवतार का वर्णन विस्तार से मिलता है जिसमें कहा गया है कि कल्कि अवतार संभल ग्राम में विष्णुयश नामक ब्राह्मण के घर जन्म लेंगे.

इसी मान्यता के कारण संभल को कल्कि अवतार से जोड़ा जाता है. संभल में बने कल्कि मंदिर को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यही वह स्थान है जहां भविष्य में भगवान कल्कि का प्रकट होना होगा. मंदिर के पुजारी और भक्तों का कहना है कि यह स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र है और यहां कल्कि भगवान की उपासना करने से व्यक्ति अधर्म से मुक्ति पा सकता है.

धार्मिक विश्लेषण

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कल्कि अवतार का समय तब होगा जब अधर्म, पाप और अन्याय चरम पर पहुंच जाएंगे. वर्तमान में दुनिया में मौजूद सामाजिक और नैतिक स्थितियों को देखकर कुछ लोग यह मानते हैं कि कल्कि अवतार का समय निकट है. संभल में कल्कि मंदिर को लेकर जो भी दावे किए जा रहे हैं वो सभी पूरी तरह से आस्था पर आधारित हैं. धार्मिक ग्रंथों में वर्णित समय और वर्तमान समय के बीच अभी काफी अंतर हो सकता है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और मंदिर का दावा धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों पर आधारित है. हालांकि, यह दावा प्रमाणिकता के बजाय विश्वास पर आधारित है. यह भक्तों की आस्था है जो इस स्थान को विशेष बनाती है.

Continue Reading

Trending