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बिहार चुनाव : पांचवें चरण में 57 सीटों पर मतदान पूरा

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पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पांचवें और अंतिम चरण चरण में गुरुवार को 57 विधानसभा क्षेत्रों में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हो गया। इसके साथ ही बिहार की सभी 243 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान समाप्त हो गया। शाम चार बजे तक लगभग 56 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। राज्य निर्वाचन आयेाग के अनुसार, पांचवें चरण में सभी 57 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान संपन्न हो गया है, लेकिन पांच बजे तक के मतदान के आंकड़े अभी जुटाए जा रहे हैं।

आयोग के मुताबिक, शाम चार बजे तक 55़ 90 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर चुके हैं। सबसे अधिक 63़ 70 प्रतिशत मतदान कटिहार जिले में, जबकि सबसे कम 49़22 प्रतिशत मतदान सहरसा जिला में हुआ। अभी भी कुछ मतदान केंद्रों पर मतदाता कतार में खड़े हैं। इन 57 विधानसभा क्षेत्रों में से दो विधानसभा क्षेत्रों में अपराह्न् तीन बजे ही मतदान खत्म हो गया था।

पांचवें चरण में मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, सहरसा और दरभंगा जिले के 57 विधानसभा क्षेत्रों के 1,55,43,594 मतदाताओं के मतदान के लिए 14,709 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इस चरण में 58 महिला समेत 827 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी आऱ लक्ष्मणन ने बताया कि शुरुआत में कुछ मतदान केंद्रों पर इलेक्ट्रॅनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) खराब होने की सूचना मिली थी। मशीन तुरंत बदल दी गई, जिससे मतदाताओं को ज्यादा देर इंतजार नहीं करना पड़ा।

उन्होंने बताया कि कुछ मतदान केंद्रों पर छिटपुट घटनाओं को छोड़कर अभी तक कहीं से किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। मतदान में गड़बड़ी फैलाने के आरोप में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। लक्ष्मणन ने बताया कि सभी 57 विधानसभा क्षेत्रों में शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध है। मतदान के दिन क्षेत्र के सभी सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था।

उन्होंने बताया कि बिहार से सटी अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं को सील कर दिया गया है तथा चौकसी बढ़ा दी गई है। सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती की गई। शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों तथा राज्य पुलिस की 1,033 कंपनियां लगाई गईं। 5,518 संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सुरक्षा के प्रबंध किए गए थे।

मतदान के मद्देनजर इन क्षेत्रों में दो हेलीकॉप्टरों तथा तीन ड्रोन की तैनाती की गई तथा एयर एंबुलेंस को भी तैनात किया गया था। जिन विधानसभा क्षेत्रों में नदियां हैं, वहां 53 मोटरबोट से गश्त कराई जा रही है। इस चरण में मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, नरेंद्र नारायण यादव, लेसी सिंह, दुलाल चंद्र गोस्वामी, बीमा भारती, नौशाद आलम, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अब्दुल बारी सिद्दीकी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता विनोद नारायण झा, भाजपा का टिकट पाए हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के नेता नीतीश मिश्रा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के रामनरेश पांडेय व अख्तरुल ईमान जैसे दिग्गजों के भाग्य का फैसला होना है।

इस चरण में सत्ताधारी महागठबंधन की ओर से जनता दल (युनाइटेड) ने 25, राजद ने 20 और कांग्रेस ने 12 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से भाजपा ने 38, लोकजनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने 11, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने पांच और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) ने तीन प्रत्याशी चुनावी समर में उतारे हैं। इस चरण के चुनाव में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) भी छह सीटों पर चुनाव मैदान में है।

इस चुनाव में सत्ताधारी महागठबंधन और राजग के अलावा वामपंथी दल एक अलग मोर्चा बनाकर, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा)के नेतृत्व में जन अधिकार पार्टी सहित कई राजनीतिक दल एक अलग गठबंधन के तहत ताल ठोक रहे हैं। बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए चार चरणों का मतदान हो चुका है। सभी सीटों की मतगणना रविवार को होगी।

नेशनल

मानहानि केस में सांसद संजय राउत को मुंबई की शिवड़ी कोर्ट ने सुनाई सजा, 15 दिन की जेल और 25 हजार का जुर्माना

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मुंबई। मानहानि केस में सांसद संजय राउत को दोषी करार दिया गया है। कोर्ट ने उन्हें 15 दिन की जेल की सजा और 25 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है। बीजेपी नेता किरीट सोमैया की पत्नी मेधा किरीट ने राउत के खिलाफ केस दर्ज कराया था। मेधा ने उन पर 100 करोड़ रुपये के मानहानि का मुकदमा दायर किया था। मेधा सोमैया की अर्जी पर मुंबई के शिवड़ी कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने शिवसेना सांसद को इस मामले में दोषी पाया।

क्या है पूरा मामला

मामला साल 2022 का है। संजय राउत ने मेधा सोमैया पर मुलुंड में शौचालय घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया था। इसके बाद किरीट सोमैया ने संजय राउत को इस आरोप का सबूत देने की चुनौती दी थी। मगर संजय राउत द्वारा कोई सबूत नहीं देने पर मेधा सोमैया ने संजय राउत के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर किया था। सोमैया ने आरोप लगाया कि राउत ने अगले दिन 16 अप्रैल को आरोपों को दोहराते हुए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को इंटरव्यू दिया। उन्होंने अपने दावों के समर्थन में अदालत को राउत के इंटरव्यू की वीडियो क्लिप सौंपी। सोमैया ने कहा कि आरोपों को प्रमुख समाचार चैनलों द्वारा व्यापक रूप से प्रसारित किया गया था। हमारी छवि को खराब करने की कोशिश की गई।

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