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पासवान के बदले सुर, बीजेपी को हिदायत- दलितों, मुस्लिमों के प्रति सोच बदले

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यूपी और बिहार में हाल के उपचुनावों में मिली करारी करारी हार के बाद अब बीजेपी के सहयोगी दलों के ही सुर बदल गए हैं। केंद्र की मोदी सरकार में सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के मुखिया राम विलास पासवान ने बीजेपी को सलाह दी है कि उसके नेताओं को दलितों और अल्पसंख्यकों के बारे में धारण बदलने की जरूरत है।

पासवान ने कहा कि एनडीए के प्रति माइनॉरिटी विरोधी परसेप्शन को हटाना है। भाजपा को माइनॉरिटी को लेकर सोच में बदलाव करने की जरूरत है। एनडीए को सबका साथ, सबका विकास नारा को समझना होगा। लोजपा सामाजिक न्याय व धर्मनरिपेक्ष को लेकर प्रतिबद्ध है।

पासवान ने आरोप लगाया कि बीजेपी में कुछ खास लोगों को ज्यादा तवज्जो दी जाती है। वहीं एनडीए छोड़ महागठबंधन में जाने वाले दलों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जाने वाले को कोई नहीं रोक सकता लेकिन उनको पछताना पड़ेगा। केंद्र में नरेंद्र मोदी व बिहार में नीतीश कुमार हमारे नेता हैं।

केंद्रीय मंत्री पासवान से सवाल किया गया कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि वह ईद नहीं मनाते हैं, इस पर आपका क्या कहना है तो पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि संविधान ही मेर६ा धर्म है और यह सेक्युलरिजम के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसे में अगर कोई इसके अलावा भी कुछ बोलता है तो गलत संदेश जाता है। इसलिए अल्पसंख्यकों के प्रति परसेप्शन को बदला जाना जरूरी है। बीजेपी के नेताओं को इस विषय पर विचार करना ही होगा।

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

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हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

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