Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

ऑफ़बीट

पिता संग फेरी लगाकर बेचते थे पान मसाला, अब अरबों के घोटाले में आरोपी

Published

on

Loading

नई दिल्ली। रोटोमैक पेन कंपनी के प्रमुख विक्रम कोठारी द्वारा कई बैंकों को 800 करोड़ रुपये का चूना लगाने के आरोप में सोमवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कानपुर में उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की। कोठारी कानपुर स्थित रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं, लेकिन शायद बहुत कम ही लोग जानते होंगे कि आज इतनी बड़ी कंपनी चलाने वाला ये ‘कोठारी’ कभी अपने पिता के साथ साइकिल से पान-मसाला बेचने का काम किया करता था।

Related imageजी हां। विक्रम और उनके पिता ने अपना व्यवसाय पान-मसाला बेचकर शुरू किया। खबरों के मुताबिक़, विक्रम कोठारी के पिता एक समय कानपुर में साइकिल चलाकर पान मसाला की बिक्री किया करते थे। जैसे-जैसे बाजार में ‘पान पराग’ की पकड़ मजबूत होती गई। वैसे-वैसे कोठारी ग्रुप का बिजनेस नई ऊंचाई पर पहुँचने लगा लेकिन यही उंचाई आगे चलकर कोठारी ग्रुप के बंटवारे की वजह बन गया।

पारले प्रोडक्ट के डिस्ट्रिब्यूशन को भी ले लिया-

पान-मसाले से अच्छा-ख़ासा कारोबार स्थापित करने के बाद कोठारी ग्रुप ने 60 के दशक में पारले प्रोडक्ट का कानपुर क्षेत्र का डिस्ट्रिब्यूशन ले लिया। इससे परिवार आर्थिक तौर पर और मजबूत हो गया। इस दौरान कानपुर शहर में पान मसाले का पहला ब्रैंड ‘बादशाह पसंद’ बंद हो गया। और इसी बीच ‘पान बहार’ को टक्कर देने के लिए मार्केट में ‘पान-पराग’ को लाया गया। जिसने देखते ही देखते लोगों का टेस्ट बदल दिया और तब ‘पान-पराग’ लोगों की पहली पसंद बन गया 70 के दशक की शुरुआत में 5 रुपए में 100 ग्राम मिलने वाले पान मसाले ने बाजार में खूब धूम मचाई।

Image result for vikrama kothari and his family

लोगों के दिलोंदिमाग पर छा गया ‘पान-पराग’-

धीरे- धीरे इस पान मसाले ने देश-विदेश में ऐसी धूम मचाई कि पान मसाले का दूसरा नाम ही ‘पान पराग’ हो गया। इसके बाद पान-पराग ने खाड़ी देशों, अमेरिका और यूरोप तक अपनी धमक जमाई। व्यापार के हर दिन नई ऊंचाई छूने और लगातार बढ़ते कारोबार ने ग्रुप को बुलंदियों तक पहुंचा दिया। इस बीच ग्रुप की तरफ से पान मसाले के अलावा ‘रोटोमैक पेन’, ‘यस मिनरल वॉटर’ भी लॉन्च किया गया। इन प्रोडक्ट को भी बाजार में एक अलग पहचान हासिल हुई।

Related imageभारी कीमत बनी बंटवारे की वजह-

कहते है पैसों की लालच इंसान को अंधा बना देती है। और फिर इसकी चकाचौंध में लोगों को अपने खुद के रिश्ते दिखाई नही पड़ते। कुछ ऐसा ही हुआ कोठारी परिवार में। बिजनेस की बुलंदियों पर पहुंचे कोठारी परिवार में अचानक अनबन शुरू हो गई।

Image result for vikrama kothari and his familyमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, मनसुख अपने छोटे बेटे दीपक के साथ थे, तो विक्रम कोठारी दूसरी तरफ। कहते हैं कि विक्रम को ग्रुप से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए 1,250 करोड़ रुपये की डील हुई थी, जिसमें 750 करोड़ रुपये विक्रम को कैश भी दिए गए थे।

Image result for vikrama kothari and his family

बंटवारे के बाद विक्रम ने यस ब्रैंड से नमकीन के अलावा ‘दम’ पान मसाला और ‘ब्रेन कंप्यूटर्स’ को बाजार में उतारा, लेकिन इनमें से किसी को भी बाजार में इसको कुछ ख़ास तवज्जो नहीं मिली। जिसके बाद दोस्तों से मशवरा कर विक्रम ने स्टॉक मार्केट और रियल एस्टेट में भारी निवेश करना शुरू किया और आशातीत सफलता हासिल की।

 

 

 

Continue Reading

ऑफ़बीट

मध्य प्रदेश के शहडोल में अनोखे बच्चों ने लिया जन्म, देखकर उड़े लोगों के होश

Published

on

By

Loading

शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ऐसे बच्चों ने जन्म लिया है, जिनके 2 शरीर हैं लेकिन दिल एक ही है। बच्चों के जन्म के बाद से लोग हैरान भी हैं और इस बात की चिंता जता रहे हैं कि आने वाले समय में ये बच्चे कैसे सर्वाइव करेंगे।

क्या है पूरा मामला?

एमपी के शहडोल मेडिकल कालेज में 2 जिस्म लेकिन एक दिल वाले बच्चे पैदा हुए हैं। इन्हें जन्म देने वाली मां समेत परिवार के लोग परेशान हैं कि आने वाले समय में इन बच्चों का क्या भविष्य होगा। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा कि शरीर से एक दूसरे से जुड़े इन बच्चों का वह कैसे पालन-पोषण करेंगे।

परिजनों को बच्चों के स्वास्थ्य की भी चिंता है। बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा इन्हें रीवा या जबलपुर भेजने की तैयारी की जा रही है, जिससे इनका उचित उपचार हो सके। ऐसे बच्चों को सीमंस ट्विन्स भी कहा जाता है।

जानकारी के अनुसार, अनूपपुर जिले के कोतमा निवासी वर्षा जोगी और पति रवि जोगी को ये संतान हुई है। प्रेग्नेंसी के दर्द के बाद परिजनों द्वारा महिला को मेडिकल कालेज लाया गया था। शाम करीब 6 बजे प्रसूता का सीजर किया गया, जिसमें एक ऐसे जुडवा बच्चों ने जन्म लिया, जिनके जिस्म दो अलग अलग थे लेकिन दिल एक ही है, जो जुड़ा हुआ है।

Continue Reading

Trending