Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

पुनर्निर्माण के लिए 666.3 करोड़ डॉलर की जरूरत : नेपाल

Published

on

nepal_earthquake

Loading

काठमांडू। भूकंप की मार झेल रहे नेपाल में पुनर्निर्माण कार्यो पर लगभग 666.3 करोड़ डॉलर की लागत आएगी। नेपाल योजना आयोग ने शनिवार को आपदा के बाद किए गए आकलन (पीडीएनए) में यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, 25 अप्रैल और 12 मई को आए दो जबरदस्त भूकंपों के बाद नेपाल सरकार के लिए ध्वस्त बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण सबसे मुश्किल कार्य होगा।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री सुशील कोईराला की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद कहा है, “देश को वापस दुरुस्त करने के लिए नेपाल को लगभग 666.3 करोड़ डॉलर की जरूरत है।” आयोग शनिवार को आपदा बाद की जरूरतों के आकलन के विवरण राजधानी काठमांडू में एक संवाददाता सम्मेलन में सार्वजनिक करने जा रहा है। नेपाल सरकार ने पिछले महीने दो अरब डॉलर के राष्ट्रीय पुनर्निर्माण कोष की स्थापना कर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से कोष में योगदान करने का आग्रह किया था।

नेपाल में पुनर्निर्माण कार्यो के लिए संसाधन जुटाने में मदद के लिए नेपाल सरकार काठमांडू में 25 जून को दानकर्ता सम्मेलन का आयोजन कर रही है। कार्यवाहक विदेश सचिव शंकर दास बैरागी ने सिन्हुआ को बताया, “नेपाल में आए भूकंप और भूकंप बाद के झटकों के बाद नेपाल में पुनर्निर्माण कार्यो के लिए संसाधन जुटाने के लिए यह सम्मेलन बहुत मददगार होने जा रहा है। हमारी मंशा परंपरागत और नए साझेदारों को आमंत्रित करने की है।”

अन्तर्राष्ट्रीय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी से की मुलाकात

Published

on

Loading

ब्राजील। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (स्थानीय समय) को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर अपने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने सांस्कृतिक और पब्लिक टू पब्लिक रिलेशन को मजबूत करने सहित व्यापार, निवेश और प्रौद्योगिकी में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।

पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि, रियो डी जनेरियो जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी से मुलाकात करके खुशी हुई। हमारी बातचीत रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी में संबंधों को गहरा करने पर केंद्रित थी। हमने इस बारे में भी बात की कि संस्कृति, शिक्षा और ऐसे अन्य क्षेत्रों में सहयोग कैसे बढ़ाया जाए। भारत-इटली मित्रता एक बेहतर ग्रह के निर्माण में बहुत योगदान दे सकती है।

Continue Reading

Trending