Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

प्याज हो सकता है और महंगा

Published

on

Loading

लखनऊ। अपने महंगे दामों के कारण कई बार संसद तक में चर्चा का विषय बन चुका प्याज एक बार फिर लोगों को रुलाने पर अमादा है। बाजार में प्याज के दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई है, अभी और बढ़ने की संभावना है।

अभी कुछ दिन पहले थोक कारोबारियों ने प्याज के दाम 20 से 30 रुपये प्रति किलो किए थे। इसके बाद इसमें इजाफा हुआ और ये बढ़कर 40 रुपये तक पहुंच गया। लोग अंदेशा जता रहे थे कि कहीं प्याज के दाम उन्हें रुला ही न दें और हुआ भी यही। अब हालत ये है कि इसके दामों में अचानक और उछाल आ गया है। अब यही प्याज 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है।

दुबग्गा सब्जी मंडी संघ के अध्यक्ष और टमाटर के बड़े व्यापारी नजमुद्दीन राइनी ने बताया कि इसके अलावा अन्य सब्जियों के दाम भी अचानक बढ़ने लगे हैं। अभी कुछ दिन पहले जो हरी मटर 40 रुपये किलो बिक रही थी आज उसके दाम 60 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं।

बंदगोभी जो 8 रुपये प्रति पीस पूरे बाजार में कोई खरीद नहीं रहा था, उसके दाम भी चढ़कर 15 से 18 रुपये हो गए हंै। उन्होंने बताया कि इन सबके अलावा टमाटर के दाम पहले से लोगों को सता रहे हंै। हालत ये है कि टमाटर के भाव 40 रुपये प्रति किलो से नीचे आ ही नहीं रहे हैं। इसको देखते हुए कई परिवारों ने तो टमाटर से ही तौबा कर ली है और घरों में उसके विकल्प तलाशे जा रहे हैं।

राइनी ने बताया कि बाहर से आने वाली सब्जियों के नहीं आ पाने से भी सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी होती है। उधर, प्याज के दामों में इजाफा के बाद कालाबाजारी करने वाले लोगों की पौ-बारह है। वे बाजार का रुख भांपते हुए प्याज के भंडारण में जुट गए हैं, जिससे मौके का फायदा उठाकर ज्यादा मुनाफा कमाया जा सके।

प्याज के दामों में अचानक आए इस उछाल के पीछे बेंगलुरू से आने वाले प्याज की आवक में कमी बताई जा रही है। अगर ये सिलसिला जारी रहा है तो प्याज 100 रुपये किलो तक पहुंच सकता है और लोगों को एक बार फिर पुराने दिनों की याद आ सकती है।

 

IANS News

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्यपाल गुलाब चंद काटिया की तारीफ

Published

on

Loading

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान वीरवार को मोहाली के डेराबस्सी के मुबारिकपुर में आयोजित जैन भगवती दीक्षा महोत्सव में शिरकत करने पहुंचे थे। यह कार्यक्रम जैन समुदाय की तरफ से आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मान ने कहा कि राज्य सरकार महान गुरुओं, संतों, ऋषियों, पैगंबरों और शहीदों के दिखाए मार्ग का अनुसरण करते हुए जनता के कल्याण और राज्य के विकास के लिए कार्य कर रही है। कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और उनकी पत्नी भी मौजूद रहीं।

मुख्यमंत्री ने पंजाब के राज्यपाल की तारीफ की। उन्होंने कहा कि पंजाब के गर्वनर गुलाब चंद काटिया ने जब से प्रदेश के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक का कार्यभार संभाला है, तब से प्रदेश में बहुत अच्छी तरह से सरकार चल रही है और चंडीगढ़ प्रशासन भी चल रहा है। राज्यपाल काफी तजुर्बे वाले इंसान हैं। इसलिए वह ‘ मेकर भी हैं और उनके पास बहुत अनुभव है। क्योंकि राज्यपाल महोदय केंद्र में मंत्री रहे हैं, राजस्थान की राजनीति में उनका लंबा अनुभव है, एमपी और एमएलए भी रहे हैं। सीएम मान ने कहा कि राज्यपाल के तजुर्बे का मुझे भी फायदा मिल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह विभिन्न प्रकार के फूलों की विविधता आंखों को सुखद अनुभव देती है, उसी तरह हर समाज में हर धर्म का शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व देश की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। प्रदेश सरकार इस महान उद्देश्य के लिए प्रतिबद्ध है और राज्य में सामुदायिक सद्भाव को मजबूत करने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।

Continue Reading

Trending