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साइंस

प्रवासी पक्षी को करना पड़ता है कृत्रिम बाधाओं का सामना

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लंदन। प्रवासी पक्षियों की उड़ान बाधाओं से मुक्त नहीं होती, खासकर मनुष्यों द्वारा बनाई गई बाधाओं से। लेकिन सवाल यह है कि ये पक्षी इन बाधाओं से बचते कैसे हैं? एक नए शोध के मुताबिक, समूह में उड़ान भरने वाले इन पक्षियों की सामाजिक संरचना इन्हें इन बाधाओं से उबारती है। समूह में उड़ान भरने वाले इन प्रवासी पक्षियों का एक सामाजिक गठन होता है, जिसका बाधाओं को पार करने में महत्वपूर्ण योगदान होता है।

इनकी सामाजिक संरचना में कई स्तर की होती हैं और पूरे समूह का एक मुखिया होता है, जिसके पास बाधारहित उड़ान के उपाय और पुख्ता जानकारी होती है। शोधपत्र के मुख्य लेखक और ब्रिटेन के यॉर्क विश्वविद्यालय के जैमी वुड के मुताबिक, “शोध दल यह जानना चाहता था कि उड़ान के दौरान आने वाली बाधाओं जैसे, विड टरबाईन से निपटने में अलग-अलग प्रजातियों का सामाजिक व्यवहार कैसे अलग होता है और समूह की संरचना पर इन बाधाओं का क्या प्रभाव पड़ता है।”

शोधकर्ताओं ने उड़ान के दौरान पक्षियों की इस सामाजिक संरचना के लाभ को समझने के लिए कम्प्यूटर की सहायता से कई नकल तैयार किए और साथ ही यह भी समझने की कोशिश की कि पर्यावरण की स्थितियों से टकराव का खतरा कैसे बढ़ता है। शोधपत्र के सह-लेखक और यॉर्क विश्वविद्यालय के ही जॉन पिचफोर्ड का कहना है, “हम सभी जानते हैं कि प्रवासी पक्षी प्राकृतिक तौर पर समूह में उड़ते हैं। लेकिन यह अभी भी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है कि उड़ान के दौरान पक्षियों का समूह, नेता और अनुगामी के नियमों का पालन करता है या लोकतांत्रिक नियमों का।”

पिचफोर्ड ने आगे कहा, “कम्प्यूटर की मदद से किए गए प्रयोग से स्पष्ट है कि सामाजिक संरचना पक्षियों के उड़ान में महत्वपूर्ण स्थान रखती है और जिस समूह में एक अच्छी जानकारी वाला मुखिया होता है वह समूह टकराव से बचने में ज्यादा कारगार होता है।” पक्षियों की उड़ान पर यह शोध ‘इंटरफेस’ नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।

ऑटोमोबाइल

मारुति सुजुकी ने लॉन्च की नई 4th-जनरेशन मारुति सुजुकी डिजायर, शुरुआती कीमत ₹6.79 लाख

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नई दिल्ली। मारुति सुजुकी ने भारत में अपनी नई 4th-जनरेशन मारुति सुजुकी डिजायर को सोमवार (11 नवंबर) को लॉन्च किया। कंपनी ने इसकी शुरुआती कीमत ₹6.79 लाख (एक्स-शोरूम, दिल्ली) रखी है। इस मॉडल को 5-स्टार GNCAP क्रैश टेस्ट रेटिंग मिली है और यह सेगमेंट में सर्वश्रेष्ठ माइलेज का दावा करती है। डिजायर, भारत की सबसे लोकप्रिय सब-4 मीटर कॉम्पैक्ट सेडान रही है, जिसकी अब तक 27 लाख से अधिक यूनिट्स बिक चुकी हैं।

माइलेज मिलेगा शानदार

मारुति सुजुकी ने नई स्टैंडर्ड डिजायर के लिए 24.79 किमी प्रति लीटर, ऑटोमैटिक डिजायर के लिए 25.71 किमी प्रति लीटर और सीएनजी वैरिएंट के लिए 33.73 किमी प्रति किलो की माइलेज का दावा किया है।

सेफ्टी का है खास इंतजाम

ग्लोबल एनसीएपी के क्रैश टेस्ट में मारुति सुजुकी की नई डिजायर को एडल्ट पैसेंजर की सुरक्षा के लिए 5 स्टार रेटिंग और चाइल्ड पैसेंजर की सुरक्षा के लिए 4 स्टार मिले हैं। एमएसआई के पास वर्तमान में कुल घरेलू यात्री वाहन खंड में 40 प्रतिशत से अधिक बाजार हिस्सेदारी (थोक) है। खुदरा बिक्री के मामले में कंपनी ने अक्टूबर में 2.02 लाख इकाइयों के साथ अपना अब तक का सर्वोच्च प्रदर्शन दर्ज किया। सेडान खंड में इसकी बाजार हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से अधिक है।

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