Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

हेल्थ

प्रीमास, इनेसलडीएक्स ने वितरण करार पर हस्ताक्षर किए

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 22 जनवरी (आईएएनएस)| प्रीमास लाइफ साइंसेस प्राइवेट लिमिटेड और इनेसलडीएक्स इंक ने सोमवार को एक विशेष वितरण समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते का फायदा कैंसर रोगियों को मिलने वाला है। दोनों कंपनियों की इस वाणिज्यिक साझेदारी से सेल मल्टीप्लेक्स डायग्नॉस्टिक्स द्वारा ठोस ट्यूमर कार्सिनोमा के लिए सेल को शक्ति मिलेगी। इससे अब फ्लो साइटमैट्री द्वारा आण्विक और प्रोटीन बायोमार्कर के लिए विश्लेषण किया जा सकेगा।

इस सौदे में ट्यूमर कोशिकाओं (सेल) और प्रतिरक्षा सेल उपप्रकारों पर पीडी-एल 1 की मात्रा निर्धारित करने के लिए इनसेलडीएक्सके पेटेंट वाले एकल-सेल, ग्रीवा (सर्विकल) नमूनों में एचपीवी ई 6/ई7 एमआरएनए पता लगाने के लिए पेटेंट एकल-कोशिका परख और ट्यूमर सहित ठोस ऊतकों के लिए इसकी इनसेल/प्रेप एकल-सेल तैयारी किट का वितरण शामिल है।

अखिल भारतीय चिकित्सा संस्थान (एम्स), नई दिल्ली में शोधकर्ताओं ने इनसेलडीएक्स की अगली पीढ़ी (3डीएक्स) के अनुसंधानात्मक आणविक जांच पर सफल अध्ययन किया है।

इस सफल अध्ययन के बाद ही दोनों कंपनियों ने इस समझौते को आगे बढ़ाया है। माना जा रहा है कि यह शोध अलग-अलग तरह के कैंसर रोगियों के इलाज में मददगार होगा।

प्रीमास लाइफ साइंसेज के प्रबंध निदेशक प्रवीण गुप्ता ने बताया कि भारत के आण्विक डायग्नोस्टिक्स बाजार में इनसेलडीएक्स का ओन्कोटेक्ट जांच बड़ा बदलाव लाएगा। उन्होंने कहा कि भारत में कैंसर रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में इनसेलडीएक्स न सिर्फ शोधकर्ताओं बल्कि मरीजों को भी प्रभावी समाधान देने में एक विशेष राह प्रदान करेगा।

उन्होंने कहा, हम इस परिवर्तन का हिस्सा बनने के लिए काफी उत्साहित हैं।

इसी प्रकार, इनसेलडीएक्स के सीईओ और एमडी ब्रूस पैटर्सन ने कहा, हम बहुत उत्साहित हैं कि हम आण्विक परीक्षण को भारत में लाने जा रहे हैं। यह रोगियों के इलाज और कारोबार दोनों के लिए फायदेमंद होगा।

इनसेलडीएक्स एक आण्विक डायग्नोस्टिक्स कंपनी है, जिसका ध्यान आण्विक डायग्नोस्टिक्स के संयोजन सेकैंसर के क्षेत्रों, विशेष रूप से फेफड़े, ग्रीवा, सिर और गर्दन, मूत्राशय कैंसर जैसे रोगों पर है।

Continue Reading

हेल्थ

दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी का क्रम लगातार जारी है. अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में अकेले डेंगू के मरीजों में भारी संख्या में इजाफे की सूचना है. दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 में डेंगू के अब तक 4533 मरीज सामने आए हैं. इनमें 472 मरीज नवंबर माह के भी शामिल हैं.

एमसीडी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में इस साल अब तक मलेरिया के 728 और चिकनगुनिया के 172 केस दर्ज हुए हैं.

डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। इसके होने से मरीज को शरीर में कमजोरी लगने लगती है और प्लेटलेट्स डाउन होने लगते हैं। एक आम इंसान के शरीर में 3 से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। डेंगू से ये प्लेटलेट्स गिरते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि 10 हजार प्लेटलेट्स बचने पर मरीज बेचैन होने लगता है। ऐसे में लगातार मॉनीटरिंग जरूरी है।

डॉक्टरों के अनुसार, डेंगू के मरीज को विटामिन सी से भरपूर फल खिलाना सबसे लाभकारी माना जाता है। इस दौरान कीवी, नाशपाती और अन्य विटामिन सी से भरपूर फ्रूट्स खिलाने चाहिए। इसके अलावा मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट देना चाहिए। इस दौरान मरीज को नारियल पानी भी पिलाना चाहिए। मरीज को ताजा घर का बना सूप और जूस दे सकते हैं।

Continue Reading

Trending