Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

हेल्थ

प्रॉस्टेट कैंसर में विटामिन डी फायदेमंद

Published

on

न्यूयॉर्क,विटामिन-डी,लेजर-ट्रीटमेंट,मेडिकल-यूनिवर्सिटी-ऑफ-साउथ-कैरोलिना,एसीएस,ट्यूमर

Loading

न्यूयॉर्क | विटामिन डी की खुराक से सर्जरी या विकिरण चिकित्सा (लेजर ट्रीटमेंट) के बिना लो-ग्रेड के प्रॉस्टेट ट्यूमर को कम या खत्म किया जा सकता है। मेडिकल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैरोलिना के ब्रुस होलिस ने कहा, “हम अभी पूरे भरोसे के साथ यह तो नहीं कह सकते कि विटामिन डी प्रॉस्टेट कैंसर को जड़ से ही मिटा देता है, मगर बचाव जरूर करता है। बढ़ने नहीं देता है।”

होलिस ने कहा, “यह लो-ग्रेड प्रॉस्टेट कैंसर को बैलिस्टिक होने से रोकता है।” ये परिणाम डेनवर में हुई अमेरिकन केमिकल सोसाइटी (एसीएस) की 294वीं बैठक और प्रदर्शनी में प्रस्तुत किए गए। एक व्यक्ति को सर्जरी के जरिए प्रॉस्टेट ग्रंथि के सभी अवयव निकलवाने से पहले, बायोप्सी के बाद 60 तक इंतजार करना चाहिए, ताकि बयोप्सी के कारण हुआ सूजन कम हो सके। होलिस ने कहा कि अगर इन 60 दिनों की अवधि के दौरान इन लोगों को विटामिन डी की खुराकें दी जाएं, तो प्रॉस्टेट कैंसर पर इसका असर पड़ेगा। होलिस की टीम ने एक नए यादृच्छिक, नियंत्रित नैदानिक परीक्षण में 37 ऐसे पुरुषों को शामिल किया, जिन्हें लो-ग्रेड प्रॉस्टेट कैंसर था।

इन लोगों को दो समूहों को विभाजित कर दिया गया, इनमें से एक समूह को हर दिन विटामिन डी की खुराक दी गई और दूसरे समूह को नहीं दी गई। 60 दिन बाद इन दोनों समूहों के पुरुषों की प्रॉस्टेट ग्रंथियां निकाली गईं और इनका परीक्षण किया गया। शोध के शुरुआती परिणाम दर्शाते हैं कि जिन लोगों ने विटामिन डी की खुराक खाई थी, उनके प्रॉस्टेट ट्यूमर में सुधार हुआ, जबकि विटामिन डी की खुराक नहीं पाने वाले पुरुषों की प्रॉस्टेट ग्रंथि या तो वैसी ही थी, या उसकी हालत और खराब हो गई थी। इसके अलावा, विटामिन डी कारण कई और खासतौर से सूजन में शामिल कोशिका लिपिडों और प्रोटीनों में नाटकीय परिवर्तन हुआ। होलिस ने बताया, “कैंसर, खास तौर से प्रॉस्टेट ग्रंथि के कैंसर का संबंध सूजन से है।” होलिस ने कहा, “विटामिन डी ग्रंथि के अंदर के सूजन से लड़ता है।”

हेल्थ

दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी का क्रम लगातार जारी है. अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में अकेले डेंगू के मरीजों में भारी संख्या में इजाफे की सूचना है. दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 में डेंगू के अब तक 4533 मरीज सामने आए हैं. इनमें 472 मरीज नवंबर माह के भी शामिल हैं.

एमसीडी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में इस साल अब तक मलेरिया के 728 और चिकनगुनिया के 172 केस दर्ज हुए हैं.

डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। इसके होने से मरीज को शरीर में कमजोरी लगने लगती है और प्लेटलेट्स डाउन होने लगते हैं। एक आम इंसान के शरीर में 3 से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। डेंगू से ये प्लेटलेट्स गिरते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि 10 हजार प्लेटलेट्स बचने पर मरीज बेचैन होने लगता है। ऐसे में लगातार मॉनीटरिंग जरूरी है।

डॉक्टरों के अनुसार, डेंगू के मरीज को विटामिन सी से भरपूर फल खिलाना सबसे लाभकारी माना जाता है। इस दौरान कीवी, नाशपाती और अन्य विटामिन सी से भरपूर फ्रूट्स खिलाने चाहिए। इसके अलावा मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट देना चाहिए। इस दौरान मरीज को नारियल पानी भी पिलाना चाहिए। मरीज को ताजा घर का बना सूप और जूस दे सकते हैं।

Continue Reading

Trending