हेल्थ
प्लास्टिक के केमिकल पुरुषों में बढ़ा रहे गंभीर रोगों की पीड़ा
प्लास्टिक में थैलेट्स की मौजूदगी पुरुषों के लिए परेशानदेह
कैनबरा। रोजमर्रा के काम में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक में पाए जाने वाले हानिकारक रसायनों से पुरुषों में गंभीर बीमारियां होने की आशंका
रहती है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, एडिलेड विश्वविद्यालय व दक्षिण ऑस्ट्रेलियाई स्वास्थ्य एवं मेडिकल अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने 1,500 से ज्यादा पुरुषों में थैलेट्स नामक रसायन की मौजूदगी होने की आशंका के चलते जांच की गई। यह रसायन दिल की बीमारी, उच्च रक्तचाप व टाइप-2 मधुमेह से जुड़ा है।
एडिलेड विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर जुमिन शी ने कहा कि परीक्षण किए गए पुरुषों में थैलेट्स की पहचान करीब हर (99.6 फीसदी) 35 साल व उससे ज्यादा आयु वाले लोगों के पेशाब के नमूने में पाया गया है। ऐसा प्लास्टिक के बर्तनों या बोतलों में रखे खाद्य पदार्थ को खाने से हुआ है।
शी ने बयान में गुरुवार को कहा, “हमने ज्यादा थैलेट्स स्तर वाले पुरुषों में दिल संबंधी बीमारियां, टाइप-2 मधुमेह व उच्च रक्त दाब को बढ़ा हुआ
पाया है।”
उन्होंने कहा, “हम अब भी थैलेट्स के स्वतंत्र रूप से बीमारी से जुड़े होने से सटीक कारण को नहीं समझ सके हैं। हम मानव अंत:स्रावी प्रणाली पर रसायनों के प्रभाव को जानते हैं, जो हार्मोन के स्राव को नियंत्रित करते हैं, जो शरीर के वृद्धि, उपापचय, लैंगिक विकास और कार्य को नियमित करते हैं।”
शी ने कहा कि यह विशेष बात है कि पश्चिम के लोगों में थैलेट्स का स्तर ज्यादा है क्योंकि वहां बहुत सारे खाद्य पदार्थो को अब प्लास्टिक में पैक किया जाता है।
उन्होंने कहा कि पहले के शोध में पाया गया है कि जो सॉफ्ट ड्रिंक पीते हैं और पहले से पैक खाद्य सामग्री को खाते हैं, उनके पेशाब में स्वस्थ लोगों की तुलना में थैलेट्स की मात्रा ज्यादा पाई गई।
हेल्थ
दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी
नई दिल्ली। दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी का क्रम लगातार जारी है. अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में अकेले डेंगू के मरीजों में भारी संख्या में इजाफे की सूचना है. दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 में डेंगू के अब तक 4533 मरीज सामने आए हैं. इनमें 472 मरीज नवंबर माह के भी शामिल हैं.
एमसीडी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में इस साल अब तक मलेरिया के 728 और चिकनगुनिया के 172 केस दर्ज हुए हैं.
डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। इसके होने से मरीज को शरीर में कमजोरी लगने लगती है और प्लेटलेट्स डाउन होने लगते हैं। एक आम इंसान के शरीर में 3 से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। डेंगू से ये प्लेटलेट्स गिरते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि 10 हजार प्लेटलेट्स बचने पर मरीज बेचैन होने लगता है। ऐसे में लगातार मॉनीटरिंग जरूरी है।
डॉक्टरों के अनुसार, डेंगू के मरीज को विटामिन सी से भरपूर फल खिलाना सबसे लाभकारी माना जाता है। इस दौरान कीवी, नाशपाती और अन्य विटामिन सी से भरपूर फ्रूट्स खिलाने चाहिए। इसके अलावा मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट देना चाहिए। इस दौरान मरीज को नारियल पानी भी पिलाना चाहिए। मरीज को ताजा घर का बना सूप और जूस दे सकते हैं।
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