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प्लास्टिक, विषाक्त वस्तुओं से कब्र को ना सजाएं: गोवा चर्च

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पणजी, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)| गोवा के रोमन कैथलिक चर्च ने नागरिकों को प्रदूषण को दूर करने और पर्यावरण की सुरक्षा करने के लिए कब्रों को प्लास्टिक और अन्य विषाक्त पदार्थों से ना सजाने की सलाह दी है। चर्च के सामाजिक कल्याण विभाग कारितस ने राज्य में सभी इलाकों के पादरियों को एक पत्र में कहा कि इन वस्तुओं का त्याग करना चाहिए, विशेष रूप से ऑल सोल्स डे (2 नवम्बर) के अवसर पर। ऑल सोल्स डे के दिन ईसाई सम्प्रदाय के लोग अपने पूर्वजों की कब्रों पर जाते हैं और प्रार्थना करते हैं।

कारितस द्वारा पत्र में कहा गया, हम हमारे इलाके में कई समारोहों की पूर्व संध्या पर हैं। अब हम सभी ऑल सोल्स डे बनाएंगे जहां कब्रों को सजाने के लिए प्लास्टिक, थर्मोकल, फोम और चांदी की पन्नी का उपयोग किया जाएगा। यह सभी नष्ट होने योग्य नहीं हैं और विषाक्त हैं। इसलिए हम कब्रों को सजाने के लिए विषाक्त पदार्थों के उपयोग से बचने के लिए दृढ़ता से आग्रह कर रहे हैं।

कारितस द्वारा किया गया यह अनुरोध पोप फ्रांसिस द्वारा एक अन्वेषण का अनुसरण करता है जिसमें उन्होंने दुनिया भर में ईसाई धर्म के लोगों से पर्यावरण को संरक्षित करने और कचरे को कम करने के लिए जीवन में बदलाव लाने के लिए कहा है।

विज्ञप्ति में कहा गया है, इसके अलावा, अन्य अवसरों पर भी विषाक्त पदार्थों का अनावश्यक उपयोग किया जाता है। अगर हम अपने त्योहारों में विषाक्त पदार्थों के उपयोग से बचें तो हम वास्तव में एक महत्वपूर्ण अंतर ला सकते हैं।

विज्ञप्ति में सभी इलाकों के पादरियों से राज्य में नवंबर के महीने में रविवार को बड़े पैमाने पर प्रदूषण, अपव्यय और विषाक्त पदार्थों के उपयोग के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए कहा गया है।

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नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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