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फिन बने विश्व कप में हैट्रिक लेने वाले सातवें गेंदबाज

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मेलबर्न | आईसीसी विश्व कप-2015 के आगाज के साथ ही कुछ करामाती प्रदर्शन होने शुरू हो चुके हैं और विश्व कप के पहले ही मुकाबले में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टीवन फिन ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ इस विश्व कप का पहला हैट्रिक विकेट लेने का कारनामा कर डाला। मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर हुए विश्व कप के दूसरे मैच में फिन ने आस्ट्रेलियाई पारी के आखिरी तीन गेंदों पर लगातार तीन विकेट चटकाए, हालांकि आस्ट्रेलिया निर्धारित 50 ओवरों में नौ विकेट पर 342 रनों का विशाल स्कोर खड़ा करने में सफल रहा।

फिन ने 50वें ओवर की चौथी गेंद पर अनुभवी ब्रैड हेडिन को क्रिस ब्रॉड के हाथों कैच करवाया। इसके बाद आक्रामक हरफनमौला खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल के शॉट पर जोए रूट ने बेहद शानदार कैच लपक लिया। इसके बाद आस्ट्रेलियाई पारी की आखिरी गेंद पर फिन ने पुछल्ले बल्लेबाज मिशेल जॉनसन को भी जेम्स एंडरसन के हाथों कैच आउट करवा हैट्रिक पूरा कर लिया। इसके साथ ही फिन आईसीसी विश्व कप के 39 वर्षो के इतिहास में हैट्रिक लेने वाले सातवें गेंदबाज बन गए। वैसे विश्व कप में हैट्रिक लेने का यह आठवां वाकया था।

रोचक बात यह है कि विश्व कप का पहला हैट्रिक भारत के तेज गेंदबाज चेतन शर्मा के नाम है, जो उन्होंने 1987 में हुए विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ लिया था। इसके बाद दूसरा हैट्रिक पाकिस्तान के दिग्गज स्पिन गेंदबाज सकलैन मुश्ताक ने 12 वर्ष के बाद इंग्लैंड में जिम्बाब्वे के खिलाफ हासिल किया। विश्व कप में इनके अलावा हैट्रिक लेने का रिकार्ड श्रीलंका के पूर्व धुरंधर तेज गेंदबाज चामिंडा वास, आस्ट्रेलिया के ब्रेट ली, श्रीलंका के ही लसिथ मलिंगा तथा वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज केमर रोच के नाम है। मलिंगा विश्व कप में यह कारनामा दो बार करने वाले एकमात्र गेंदबाज हैं।

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बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग

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नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।

विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।

चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।

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