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प्रादेशिक

बंगाल मना रहा है पोइला बैशाख

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कोलकाता| बंगाल में पोइला बैशाख के अवसर श्रद्धालुओं ने मशहूर दक्षिणेश्वर मंदिर और कालिघाट जाकर माता काली का दर्शन किया और मिठाइयों का आदान-प्रदान किया। लोगों ने एक दूसरे को बधाई दी और बंगाली नववर्ष ‘पोइला बैशाख’ मनाया। इस दिन को नए वित्तीय वर्ष का आरंभ के रूप में भी मनाया जाता है इसलिए दुकानदार और व्यापारियों ने ‘हाल खाटा’ मनाया और पुराने खातों को बंद किया व नए खाते शुरू किए। बंगाब्द या बंगाली कैलेंडर की शुरुआत 1584 ई.वी. में मुगल बादशाह अकबर ने शुरू किया था। शुरू में इसे ‘तारीख-ए-इलाही’ के नाम से जाना जाता था और इसका उद्देश्य राजस्व एकत्र करने में अकबरी शासन के बढ़ते कदम को महिमा मंडित करना था।

त्योहारी उत्साह के साथ कदम ताल मिलाते हुए शहर और राज्य भर में खाने-पीने की दुकानों ने बंगाली समुदाय की पसंदीदा चीजों की पेशकश के जरिए जाल बिछा रखा था। दुकानों में ग्राहकों के लिए माछार चोप, कुमरो फुल भाजा, दाब चिंग्री और मिष्टि दोई जैसे परंपरागत व्यंजन परोसे गए।मुंह में व्यंजन और मिठाई गए बगैर किसी भी बंगाली घर में त्योहार मनाना पूरा नहीं होता। व्यंजन का स्वाद ही त्योहारी मानसिकता को बढ़ा देता है।

मुस्कराते हुए कारोबारियों ने मिठाई और नए बंगाली कैलेंडर के साथ ग्राहकों का स्वागत किया। नववर्ष के मौके पर बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करने निकल पड़े थे।लोगों ने एक दूसरे को ‘शुभ नव वर्षो’ कहकर बधाई दी और बच्चों ने एक दूसरे को बधाई पत्र थमाया।

 

उत्तर प्रदेश

सीएम योगी ने की गोसेवा, भवानी और भोलू को खूब दुलारा

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गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान गोसेवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा है। इसी क्रम में शनिवार सुबह भी उन्होंने मंदिर की गोशाला में समय बिताया और गोसेवा की। मुख्यमंत्री ने गोवंश को गुड़ खिलाया और गोशाला के कार्यकर्ताओं को देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए। गोसेवा के दौरान उन्होंने सितंबर माह में आंध्र प्रदेश के येलेश्वरम स्थित गोशाला से गोरखनाथ मंदिर लाए गए नादिपथि मिनिएचर नस्ल (पुंगनूर नस्ल की नवोन्नत ब्रीड) के दो गोवंश भवानी और भोलू को खूब दुलारा।

दक्षिण भारत से लाए गए गोवंश की इस जोड़ी (एक बछिया और एक बछड़ा) का नामकरण भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही किया था। उन्होंने बछिया का नाम भवानी रखा है तो बछड़े का नाम भोलू। मुख्यमंत्री जब भी गोरखनाथ मंदिर प्रवास पर होते हैं, भवानी और भोलू का हाल जरूर जानते हैं। सीएम योगी के दुलार और स्नेह से भवानी और भोलू भी उनसे पूरी तरह अपनत्व भाव से जुड़ गए हैं। शनिवार को गोशाला में सभी गोवंश की सेवा करने के साथ ही मुख्यमंत्री ने भवानी और भोलू के साथ अतिरिक्त वक्त बिताया। उन्हें खूब दुलार कर, उनसे बातें कर, गुड़ और चारा खिलाया। सीएम योगी के स्नेह से ये गोवंश भाव विह्वल दिख रहे थे।

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