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प्रादेशिक

बनारस के बोल : मोदी सरकार थोड़ी अच्छी, थोड़ी बेकार

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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजनैतिक हताशा, स्वच्छ भारत अभियान, जन-धन योजना, बीमा योजना, डिजिटल इंडिया, भूमि बिल व जीएसटी बिल, भारत एक विविधताओं वाला देश

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वाराणसी | लगभग एक साल पहले की बात है। सांस्कृतिक नगरी वाराणसी के लोगों ने नरेंद्र मोदी को भारी मतों से जिता कर उनके प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ किया था। मोदी की सुनामी आई थी, जिसमें आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल सहित पूरा विपक्ष डूब गया था। लेकिन, आज एक साल बाद वही जोश जज्बा शहर में नहीं दिखता। मोदी के भक्त और धुर विरोधी अपने-अपने रुख पर कायम हैं। आम लोग कहते हैं कि उन्हें लगा था कि उनकी नगरी का कायाकल्प हो जाएगा। उन्हें अफसोस है कि ऐसा नहीं हुआ।

वाराणसी के मिंट हाऊस रोड पर श्रीराम भंडार है। खाने की यह दुकान दो सौ साल पुरानी है। इसके मालिक सौरभ कहते हैं, “लगा था कि ऐसा बदलेगा बनारस जैसे कि कभी नहीं बदला होगा। यातायात सुधरेगा, सड़कें चौड़ी होंगी और भी बहुत कुछ होगा। साल बीत गया, कुछ नहीं बदला।” इसी दुकान पर जलेबी खरीद रहे अविनाश ने सहमति में सिर हिलाया लेकिन कहा कि भले ही बहुत कुछ न बदला हो लेकिन कम से कम मोदी ने सफाई जैसे मामलों पर मानसिकता तो बदली ही है। सफाई की इस बात से स्वामी अद्युतानंद ने भी सहमति जताई। गंगा के राजेंद्र प्रसाद घाट पर लगे पर्यावरण अनुकूल कूड़ेदान की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि पहले यह जगह इतनी साफ नहीं हुआ करती थी।

छोटे व्यापारी आनंद श्रीवास्तव की लहुराबीर पर दुकान है। कहते हैं कि बिजली की दशा सुधरी है। रोड का काम भी हो रहा है। लेकिन बनारसियों के दिल में जगह बनाने के लिए मोदी को अधिक तेज और अधिक काम करना होगा। गोदौलिया पर फूल बेचने वाली अंबा की चिंता महंगाई को लेकर है। उन्होंने कहा, “मोदी बाबू महंगाई तो कम नहीं कर सकिन, अउर सब ठीक ही बा।” मतलब मोदी बाबू महंगाई नहीं घटा सके, बाकी सब ठीक ही है।

रामनगर में गोलगप्पा बेचने वाले अशफाक मोदी से खुश दिखे। उन्होंने कहा कि कम से कम शांति तो है। बातों का असर लंबी अवधि में देखना चाहिए। 80 वर्षीय बुजुर्ग और अवकाश प्राप्त सरकारी अफसर कैलाश पांडे ने शहर के मूड को एक लाइन में साफ किया। कहा, “मोदी सरकार-थोड़ी अच्छी, थोड़ी बेकार।”

उत्तर प्रदेश

आगरा में वायुसेना का मिग-29 विमान क्रैश, दोनों पायलट सुरक्षित

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आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में सोमवार को वायुसेना का मिग-29 विमान खेतों में क्रैश हो गया। गनीमत रही कि विमान के पायलट और को पायलट पैराशूट के मदद से विमान से निकलने में कामयाब रहे।

विमान ने पंजाब के आदमपुर से उड़ान भरी थी और अभ्यास के लिए आगरा जा रहा था जब यह घटना घटी। वायुसेना के अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया जाएगा। फिलहाल घटना के कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक ये हादसा आगरा के कागारौल के सोनिगा गांव के पास हुआ, जहां वायुसेना का विमान क्रैश हो गया है। लोगों ने बताया कि एयर फोर्स का विमान खाली खेतों में गिरा था और जमीन पर गिरते ही विमान में भयंकर आग लग गई और तेज लपटें उठने लगीं। विमान में पायलट समेत दो लोग मौजूद थे। फिलहाल प्लेन क्रैश के इस हादसे से किसी जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

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