Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

बाबा रामदेव पर लगा बेटा पैदा करने वाली दवा बेचने का आरोप

Published

on

Ramdev

Loading

नई दिल्ली। योगगुरु स्वामी रामदेव के औषधालयों में पुत्र पैदा करने की दवा ‘दिव्य पुत्रजीवक’ बेचे जाने का मुद्दा गुरुवार को राज्यसभा में जोरशोर से उठाया गया। इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही इस मुद्दे को जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) के सदस्य केसी त्यागी ने उठाया और जांच की मांग की।

त्यागी ने दिव्य फार्मेसी (हरियाणा) का उत्पाद ‘दिव्य पुत्रजीवक’ दिखाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का आह्वान किया है और बाबा रामदेव बेटी नहीं, बेटा पैदा करने पर जोर दे रहे हैं, इसके लिए दवा बनाकर बेच रहे हैं, यह कैसा विरोधाभास है। उन्होंने कहा, “मैंने इसे आप लोगों को दिखाने के लिए खरीदा है और इसकी रसीद भी लाया हूं। कोई इसे पुराना माल नहीं कह सकता।”

त्यागी ने कहा, “क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार ने बाबा रामदेव को ऐसी चीजें बेचने की स्वीकृति दी है?” इसी बीच, उनसे दवा का पैकेट समाजवादी पार्टी (सपा) की सदस्य जया बच्चन ने ले लिया और सदन में मौजूद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा के हाथ में रख दिया। उपाध्यक्ष पी.जे. कुरियन ने कहा कि हमें इस पर विवाद करने की जरूरत नहीं है। यदि किसी दवा के माध्यम से लिंग का निर्धारण या जन्मपूर्व लिंग जानने का प्रयास किया जाता है, तब वह कानून के खिलाफ है और यदि इसे किसी राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है, तो संविधान के खिलाफ है। लेकिन इस मामले में सदन का अध्यक्ष या उपाध्यक्ष कुछ नहीं कर सकता।

संसदीय मामलों के केंद्रीय राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि यह मुद्दा चर्चा लायक नहीं है। हम मंत्री जी से आग्रह करेंगे कि वह जांच कराएं कि ऐसी दवा बनाना या बेचना कानून के खिलाफ है या नहीं।

मंत्री नड्डा ने हस्तक्षेप करते हुए कहा, “यह मामला आयुष (आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, सिद्धांत तथा होमियोपैथी) विभाग से संबंधित है। सरकार मामले को लेकर गंभीर है। हम इस मामले को देखेंगे और कार्रवाई करेंगे।” जया बच्चन ने कहा कि सरकार यह आश्वासन दे कि वह ऐसी दवाओं को बाजार से हटाएगी और इसका निर्माण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। नड्डा ने फिर कहा कि प्रधानमंत्री ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना को व्यक्तिगत रूप से देख रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि बाजार में कई तरह की भ्रामक दवाएं बेची जा रही हैं। इस पर स्वास्थ्य मंत्री को कार्रवाई करनी चाहिए।

उल्लेखनीय है कि दिव्य फार्मेसी की वेबसाइट पर बेटे पैदा करने वाली इस दवा की कीमत 10.99 डॉलर लिखा है। इसके बारे में कहा गया है कि ‘पुत्रजीवक’ एक अनोखा हर्बल उत्पाद है, जो कामोद्दीपक, गर्भपात रोकने वाला और बांझपन मिटाने में मदद करता है।

उत्तर प्रदेश

संभल में कैसे भड़की हिंसा, किस आधार पर हो रहा दावा, पढ़े पूरी रिपोर्ट

Published

on

Loading

संभल। संभल में एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन मंदिर होने और भविष्य में कल्कि अवतार के यहां होने के दावे ने हाल ही में काफी सुर्खियां बटोरी हैं. इस दावे के पीछे कई धार्मिक और ऐतिहासिक तथ्य बताए जा रहे है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और उनके मंदिर को लेकर कई दावे पहले से ही किए जा रहे हैं. इसे लेकर धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों के आधार पर गहरी चर्चा हो भी रही है. हिंदू धर्म में कल्कि अवतार को भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार माना गया है. ऐसा माना जाता है कि कलियुग के अंत में जब अधर्म और अन्याय अपने चरम पर होगा तब भगवान कल्कि अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना करेंगे.

कैसे भड़की हिंसा?

24 नवंबर को मस्जिद में हो रहे सर्वे का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर थी. सर्वे पूरा होने के बाद जब सर्वे टीम बाहर निकली तो तनाव बढ़ गया. भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके कारण स्थिति बिगड़ गई और हिंसा भड़क उठी.

दावा क्या है?

हिंदू पक्ष का दावा है कि संभल में स्थित एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन काल में एक मंदिर था. इस मंदिर को बाबर ने तोड़कर मस्जिद बनवाई थी. उनका यह भी दावा है कि भविष्य में कल्कि अवतार इसी स्थान पर होंगे.

किस आधार पर हो रहा है दावा?

दावेदारों का कहना है कि उनके पास प्राचीन नक्शे हैं जिनमें इस स्थान पर मंदिर होने का उल्लेख है. स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इस स्थान पर प्राचीन काल से ही पूजा-अर्चना होती थी. कुछ धार्मिक ग्रंथों में इस स्थान के बारे में उल्लेख मिलता है. हिंदू धर्म के अनुसार कल्कि अवतार भविष्य में आएंगे और धर्म की स्थापना करेंगे. दावेदारों का मानना है कि यह स्थान कल्कि अवतार के लिए चुना गया है.

किस आधार पर हो रहा है विरोध?

अभी तक इस दावे के समर्थन में कोई ठोस पुरातात्विक साक्ष्य नहीं मिला है. जो भी ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स उपल्बध हैं वो इस बात की पुष्टि करते हैं कि इस स्थान पर एक मस्जिद थी. धार्मिक ग्रंथों की व्याख्या कई तरह से की जा सकती है और इनका उपयोग किसी भी दावे को सिद्ध करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

संभल का धार्मिक महत्व

शास्त्रों और पुराणों में यह उल्लेख है कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार उत्तर प्रदेश के संभल नामक स्थान पर होगा. इस आधार पर संभल को कल्कि अवतार का स्थान माना गया है. श्रीमद्भागवत पुराण और अन्य धर्मग्रंथों में कल्कि अवतार का वर्णन विस्तार से मिलता है जिसमें कहा गया है कि कल्कि अवतार संभल ग्राम में विष्णुयश नामक ब्राह्मण के घर जन्म लेंगे.

इसी मान्यता के कारण संभल को कल्कि अवतार से जोड़ा जाता है. संभल में बने कल्कि मंदिर को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यही वह स्थान है जहां भविष्य में भगवान कल्कि का प्रकट होना होगा. मंदिर के पुजारी और भक्तों का कहना है कि यह स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र है और यहां कल्कि भगवान की उपासना करने से व्यक्ति अधर्म से मुक्ति पा सकता है.

धार्मिक विश्लेषण

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कल्कि अवतार का समय तब होगा जब अधर्म, पाप और अन्याय चरम पर पहुंच जाएंगे. वर्तमान में दुनिया में मौजूद सामाजिक और नैतिक स्थितियों को देखकर कुछ लोग यह मानते हैं कि कल्कि अवतार का समय निकट है. संभल में कल्कि मंदिर को लेकर जो भी दावे किए जा रहे हैं वो सभी पूरी तरह से आस्था पर आधारित हैं. धार्मिक ग्रंथों में वर्णित समय और वर्तमान समय के बीच अभी काफी अंतर हो सकता है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और मंदिर का दावा धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों पर आधारित है. हालांकि, यह दावा प्रमाणिकता के बजाय विश्वास पर आधारित है. यह भक्तों की आस्था है जो इस स्थान को विशेष बनाती है.

Continue Reading

Trending