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बारामूला में तलाशी अभियान खत्म, भाग निकले आतंकी

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बारामूला

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बारामूलाश्रीनगर| उत्तर कश्मीर के बारामूला में एक सैन्य शिविर पर नाकाम हमले के बाद फरार आतंकवादियों की तलाश के लिए व्यापक तलाशी अभियान सोमवार सुबह रोक दिया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जांबाजपोरा में 46 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) के शिविर के बाहर दो घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद छह घंटे से अधिक समय तक चला तलाशी अभियान रविवार देर रात रोक दिया गया।

उन्होंने कहा, “छह घंटे की तलाशी के बाद तलाशी अभियान रोक दिया गया और यातायात बहाल कर दिया गया।” सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के शिविर पर रविवार रात भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के हमले में सिपाही नितिन कुमार शहीद हो गए, जबकि सिपाही परमिंदर घायल हो गए।

बीएसएफ के कश्मीर फ्रंटियर के महानिरीक्षक विकास चंद्र ने समाचार चैनल टाइम्स नाउ से कहा, “दो सैनिकों को कुछ संदिग्ध गतिविधियां दिखीं। जब उन्होंने इसका कारण जानना चाहा, तो उनपर आतंकवादियों ने ग्रेनेड लॉन्चर से हमला कर दिया। एक ग्रेनेड में विस्फोट होने से नितिन गंभीर रूप से घायल हो गए।”

वहीं, परमिंदर का पांव इसकी चपेट में आ गया। घायल होने के बावजूद सिपाही नितिन ने कम से कम 20 चक्र गोलियां चलाईं, जबकि परमिंदर ने 48 चक्र गोलियां चलाईं। अधिकारी ने कहा, “नितिन कुमार ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। लेकिन हमने हमले का जवाब दिया।”

उन्होंने कहा, “हमने एक वायरकटर जब्त किया है, जो आतंकवादियों के इरादे को दर्शाता है। उन्हें मारा जाना चाहिए था, लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर वे भाग निकलने में कामयाब रहे।” अधिकारी ने कहा, “सुरक्षा बल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हाई अलर्ट पर हैं।”

पुलिस ने कहा कि फिदायीन हमलावरों ने सैन्य शिविर पर रविवार रात 10.30 के आसपास हमला किया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “उन्होंने शिविर में घुसने का प्रयास करने के लिए कवर के तौर पर ग्रेनेड व भारी मशीनगनों का इस्तेमाल किया।” उन्होंने कहा, “उन्होंने सैन्य शिविर पर हमला किया, जिसकी निगरानी बीएसएफ के जवान कर रहे थे। लेकिन सुरक्षाबलों ने उनके प्रयास को नाकाम कर दिया।”

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मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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