Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

ऑफ़बीट

‘बाहुबली’ से मिलने की है तमन्ना तो चले आइए माहिष्मती

Published

on

Loading

इंडियन फिल्म इंडस्ट्री की सबसे सफल फिल्म ‘बाहुबली’ की भव्यता आप भूले नहीं होंगे। इस फिल्म ने न सिर्फ भारतीय दर्शकों बल्कि दुनिया भर के दर्शकों को दीवाना बना लिया। फिल्म में दिखाए गए माहिष्मती साम्राज्य को लोगों ने काफी पसंद किया, लेकिन क्या आप इसे करीब से देखना और वहां घूमना चाहते हैं? अगर हां तो आपके लिए एक अच्छी खबर है।

हैदराबाद के रामोजी राव फिल्मसिटी में करीब 100 एकड़ में फैले ‘बाहुबली’ के सेट को आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। करीब 60 करोड़ रुपए की लागत से इस जगह को सजाया गया है और यहां वो सारी वस्तुएं रखी गई हैं जिनका फिल्म के निर्माण में इस्तेमाल हुआ।

आम लोग फिक्शन की इस दुनिया को अब रियलिटी में देख सकेंगे हालांकि इसके लिए आपको अपनी जेब भी ढीली करनी पड़ेगी। यहां दो तरह के टिकट हैं। सामान्य टिकट की कीमत 1250 है जबकि प्रीमियम टिकट के लिए आपको 2349 रुपए अदा करने पड़ेंगे। इन टिकट को फिल्म सिटी की वेबसाइट से बुक किया जा सकता है। फिलहाल 14 दिसंबर तक की बुकिंग ही वेबसाइट पर उपलब्ध है।

बता दें कि ‘बाहुबली’ के इस साम्राज्य को प्रोडक्शन डिजाइनर साबू सिरिल और उनकी टीम ने तैयार किया था हालांकि ये बेहद मुश्किल काम था। माहिष्मति साम्राज्य को स्क्रीन पर उतारने के लिए करीब 1500 स्केच बनाए गए थे। कमाई के मामले में भी बाहुबली ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। एस.एस. राजामौली ने इस फिल्म का निर्देशन किया था, वहीं मुख्य भूमिकाओं में प्रभास, अनुष्का शेट्टी, तमन्ना भाटिया, राम्या कृष्णन जैसे सितारे नजर आए थे।

ऑफ़बीट

बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

Published

on

Loading

चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

Continue Reading

Trending