Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बिहार : नीतीश देंगे ‘हर घर दस्तक’

Published

on

पटना,बिहार विधानसभा चुनाव,सत्तारूढ़ जनता दल,हर घर दस्तक,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,प्रदेश अध्यक्ष

Loading

पटना | दो महीने बाद होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर अन्य दलों से आगे दिख रहा सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) गुरुवार से ‘हर घर दस्तक’ कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी गुरुवार को 10 घरों में जाकर ‘दस्तक’ देंगे। जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया कि ‘हर घर दस्तक’ कार्यक्रम के तहत पार्टी के नेता और कार्यकर्ता प्रतिदिन 10 घरों में जाएंगे और 10 वर्ष की सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा करेंगे।

पार्टी की मुहिम के तहत कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि वे दस्तक देने के बाद उस घर पर एक स्टिकर चिपकाकर निकलें, जिस पर मुख्यमंत्री की तस्वीर के साथ ‘फिर एक बार नीतीश कुमार’ लिखा हुआ होगा। इसके अलावा घर के सदस्यों का नाम एवं उनका मोबाइल नंबर भी लिख लें। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि इस अभियान में पार्टी के सभी सांसद, विधायक और पूर्व विधायक सहित पंचायत स्तर तक के कार्यकर्ताओं को शामिल किया जा रहा है। हर घर दस्तक कार्यक्रम का पहला चरण 2 से 11 जुलाई तक चलेगा, जबकि दूसरा चरण 21 से 30 जुलाई के बीच आयोजित होगा। इस कार्यक्रम के तहत पार्टी ने तीन करोड़ मतदाताओं से सीधा संपर्क करने की योजना बनाई है। उल्लेखनीय है कि 24 जून से चल रहा जद (यू) का ‘चौपाल पर चर्चा’ कार्यक्रम मंगलवार को समाप्त हो गया। पार्टी ने इस कार्यक्रम के तहत राज्यभर में 35 हजार स्थानों पर चौपाल लगाने का दावा किया है।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending