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बिहार में 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी एआईएमसी
लखनऊ। प्रमुख दलों का समीकरण बिगाड़ने में महारत रखने वाली ऑल इंडिया इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (एआईएमसी) अब बिहार विधानसभा चुनाव में ताल ठोकने जा रही है। पार्टी ने करीब 40 मुस्लिम बहुल सीटों पर उम्मीदवार उतारने का खाका तैयार किया है। एआईएमसी सूत्रों के मुताबिक, बिहार में अक्टूबर-नवंबर में संभावित चुनाव में उतरने का ऐलान पार्टी 16 अगस्त को पटना में एक रैली में करेगी। रैली को कामयाब बनाने के लिए जमीन तैयार की जा रही है।
मौलाना तौकीर रजा खां की अगुवाई वाली एआईएमसी छोटे और बड़े चुनावों में ताल ठोकती रही है। एआईएमसी ने पहले आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के साथ दिल्ली में पैठ बनाने की कोशिश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी। मीडिया में मौलाना पर दंगे का मुकदमा और विवादित बयानों की बात पता चलने के बाद केजरीवाल ने कदम खींच लिए थे।
एआईएमसी के उत्तर प्रदेश में वजूद की बात करें तो दो विधानसभा चुनावों में उतरने के बाद वह जनपद बरेली की भोजीपुरा विधानसभा सीट जीत सकी। इस सीट के विधायक शहजिल इस्लाम हालांकि जीतने के बाद पार्टी छोड़ चुके हैं। इसके अलावा एआईएमसी ने दो विधानसभा और दो लोकसभा चुनावों में किस्मत आजमाई। लोकसभा में एक बार कांग्रेस और पिछली बार बसपा की हिमायत की।
अब मौजूदा सियासी परिदृश्य को देखते हुए एआईएमसी ने बिहार विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी की है। पार्टी बिहार की 40 मुस्लिम बहुल सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने का तानाबाना बुन रही है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, एआईएमसी नेताओं की सांसद पप्पू यादव और साधु यादव के साथ गठबंधन की बात भी चल रही है। पार्टी प्रवक्ता डॉ. नफीस खां ने बताया कि एआईएमसी प्रमुख 16 अगस्त को पटना में एक बड़ा कार्यक्रम करेंगे।
बिहार में इस बार नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव के गठजोड़ को कांग्रेस का साथ है। इस महागठबंधन का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को करना है। उत्तर प्रदेश के बाद मुस्लिम मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा बिहार में बताई जाती है।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग का प्रस्ताव- पुरुष दर्जी नहीं ले सकेंगे महिलाओं की माप, जिम में महिला ट्रेनर जरुरी
लखनऊ। अगर आप महिला हैं तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल, यूपी में महिलाओं की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए उ.प्र. राज्य महिला आयोग ने कुछ अहम फैसले लिए हैं जिसे जानना आपके लिए बेहद ज़रूरी हैं। शुक्रवार को आयोग की बैठक सम्पन्न हुई। इस दौरान महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई अहम फैसले लिए गए। जो की इस प्रकार हैं।
1- महिला जिम/योगा सेन्टर में, महिला ट्रेनर होना चाहिए तथा ट्रेनर एवं महिला जिम का सत्यापन अवश्य करा लिया जाये।
2-महिला जिम/योगा सेन्टर में प्रवेश के समय अभ्यर्थी के आधार कार्ड/निर्वाचन कार्ड जैसे पहचान पत्र से सत्यापन कर उसकी छायाप्रति सुरक्षित रखी जाये।
3- महिला जिम/योगा सेन्टर में डी.वी.आर. सहित सी.सी.टी.वी. सक्रिय दशा में होना अनिवार्य है।
4. विद्यालय के बस में महिला सुरक्षाकर्मी अथवा महिला टीचर का होना अनिवार्य है।
5. नाट्य कला केन्द्रों में महिला डांस टीचर एवं डी.वी.आर सहित सक्रिय दशा में सी.सी.टी.वी. का होना अनिवार्य है।
6. बुटीक सेन्टरों पर कपड़ों की नाप लेने हेतु महिला टेलर एवं सक्रिय सी.सी.टी.वी. का होना अनिवार्य है।
7. जनपद की सभी शिक्षण संस्थाओं का सत्यापन होना चाहिये।
8. कोचिंग सेन्टरों पर सक्रिय सी.सी.टी.वी. एवं वाशरूम आदि की व्यवस्था अनिवार्य है।
9. महिलाओं से सम्बन्धित वस्त्र आदि की ब्रिकी की दुकानों पर महिला कर्मचारी का होना अनिवार्य है।
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