प्रादेशिक
बुंदेलखंड : किसान जानवरों के हवाले कर रहे खेत
संदीप पौराणिक
भोपाल| मानसून की बेरुखी ने एक बार फिर बुंदेलखंड में सूखे के हालात बना दिए हैं, खेतों में फसल तो खड़ी है लेकिन उसमें दाना नहीं आया है, यही कारण है कि कई स्थानों के किसान फसल काटने में श्रम और पैसे खर्च करने की बजाय खेतों को जानवरों के हवाले कर रहे हैं। बुंदेलखंड मध्य प्रदेश के छह और उत्तर प्रदेश के सात कुल 13 जिलों को मिलाकर बनता है, इस इलाके की दुनिया में पहचान सूखा, भुखमरी और पलायन के चलते बनी है। बीते दो वर्षो से कम वर्षा के चलते सूखे की मार झेल रहे इस इलाके में इस बार भी औसत से कम बारिश हुई है। किसानों ने अच्छी बारिश की आस में मूंग, उड़द, सोयाबीन व तिल बोई थी, मगर कभी तेज गर्मी और कभी बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
टीकमगढ़ जिले के दरगांय के किसान खल्लू अहिरवार के पास तीन एकड़ जमीन है और उस पर उसने उड़द बोई थी, खेत को देखकर ऐसे लगता है, मानों अच्छी फसल आई हो, मगर पेड़ पर फली नहीं है, जिन पेड़ों पर फली है तो उनमें दाने नहीं हैं। इसके चलते उसने फसल को काटने की बजाय जानवरों के हवाले छोड़ दिया है। खल्लू बताता है कि अगर उसके पास जानवर होते तो वह फसल को काटकर जानवरों के लिए चारे के तौर पर रखता, मगर वह तो अपने जानवर काफी पहले बेच चुका है। लिहाजा उसके लिए बगैर दाने वाली फसल का कोई मतलब नहीं है। उसके लिए तो फसल कटाई में श्रम और अर्थ की बबार्दी ही है।
इसी तरह खेत पर खड़ा रमेश अपने को कोस रहा है। उसका कहना है कि उसने इस बार बड़ी उम्मीद से उड़द बोई थी मगर उसकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है। खेत पर फसल जरूर खड़ी दिख रही है, मगर यह जानवर के चारे से ज्यादा कुछ नहीं है। उड़द उसे खाने नहीं मिलेगी, मगर वह चारे से जानवरों का पेट तो भर ही लेगा। मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के छह जिलों में से पांच में कम बारिश हुई है और सरकार ने टीकमगढ़ को तो सूखाग्रस्त घोषित कर दिया है। वहीं उत्तर प्रदेश में भी कमोबेश यही हालत है, मगर सरकार ने अभी तक किसी जिले को सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया है।
कृषि वैज्ञानिक डॉ. आर.के. प्रजापति भी मानते हैं कि बुंदेलखंड के बड़े हिस्से में औसत बारिश नहीं हुई है। वहीं मौसम में आए बदलाव ने फली में दानों को विकसित नहीं होने दिया है। एक तरफ फूल फली में नहीं बदला और अगर बदला भी है तो उसका दाना कमजोर रह गया है। इससे पैदावार अच्छी नहीं हुई है। बुंदेलखंड के वरिष्ठ पत्रकार रवींद्र व्यास कहते हैं कि इस इलाके के किसानों की किस्मत में ही समस्याओं का अंबार है। एक तरफ राजनीतिक दलों के लिए यहां की समस्याएं राजनीतिक लाभ तलाशने का मुद्दा है, तो किसानों को सुविधाएं मिलती नहीं है, दूसरी ओर प्रकृति उनसे रुठ सी गई है।
पिछले तीन वर्षो से इस इलाके में सूखे के हालात हैं, मगर सरकारें कभी भी बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए कारगर कदम नहीं उठाती है। इसी का नतीजा है कि फसलों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पाता है। इस इलाके का किसान एक बार फिर मुसीबत के भंवर जाल में फंस गया है, अब देखना है कि दोनों राज्यों की सरकारें किस तरह उसे इस मुसीबत से बाहर निकालती हैं अथवा बीते वर्षो के हालात एक बार फिर दोहराए जाते हैं।
अन्य राज्य
हेयर ड्रायर चालू करते ही ब्लास्ट, महिला का दोनों हाथ बुरी तरह घायल
बागलकोट। कर्नाटक के बागलकोट जिले से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहां एक हेयर ड्रायर के धमाके में एक महिला के हाथों की हथेलियां और उंगलियां बुरी तरह से घायल हो गईं। यह हादसा इल्कल शहर में हुआ, जहां मृतक सैनिक की पत्नी ने अपने पड़ोसी का कूरियर पार्सल लिया था। जब महिला ने हेयर ड्रायर को चालू किया, तो वह धमाके से फट गया और महिला की दोनों हाथों की गंभीर चोटें आईं। महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों को मजबूरी में उसके हाथ काटने पड़े।
हेयर ड्रायर में धमका, महिला की उड़ी उंगलियां
बता दें कि इस घटना के बाद महिला को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना 15 नवंबर की है, जिसकी जानकारी बुधवार को सामने आई। पुलिस सूत्रों ने कहा कि घायल महिला की पहचान 37 वर्षीय बसवराजेश्वरी यरनाल के रूप में हुई है, जो पूर्व सैन्यकर्मी पापन्ना यरनाल की पत्नी थी। जिनकी 2017 में जम्मू और कश्मीर में मौत हो गई थी। जांच अधिकारियों के मुताबिक, विस्फोट बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ था। हेयर ड्रायर जैसे उपकरणों का उपयोग करने के लिए 2 वॉट के विद्युत कनेक्शन की आवश्यकता होती है। जिस स्विच में हेयर ड्रायर को डाला गया, तो उसकी क्षमता इतनी अधिक नहीं थी, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई। विस्फोट की आवाज सुनकर कुछ पड़ोसी दौड़े और उन्होंने बसवराजेश्वरी की हथेलियां और उंगलियां कटी हुई पाईं। उन्हें तुरंत पास के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। हालांकि शशिकला ने दावा किया कि उन्होंने ऑनलाइन कोई उत्पाद नहीं मंगवाया था
-
नेशनल3 days ago
गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी से की मुलाकात
-
मनोरंजन3 days ago
असित मोदी के साथ झगड़े पर आया दिलीप जोशी का बयान, कही ये बात
-
छत्तीसगढ़3 days ago
CRPF 241 बस्तियां बटालियन पहुंचे सीएम विष्णु देव साय, जवानों को भोजन परोसा, बढ़ाया हौसला
-
प्रादेशिक3 days ago
कक्षा 12 के छात्रों ने शिक्षिका की कुर्सी के नीचे लगाया बम, कर दिया विस्फोट
-
वीडियो3 days ago
video: भगवान ऐसा दोस्त किसी को ना दे
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई अमेरिका में गिरफ्तार, 10 लाख का था इनाम
-
उत्तराखंड2 days ago
उत्तराखंड सरकार ने भू-कानून के उल्लंघन पर अपनाया सख्त रुख