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खेल-कूद

बेंगलुरू टेस्ट में भारत पहली पारी में 189 पर ढेर

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बेंगलुरू टेस्ट,नाथन लॉयन, बेहतरीन गेंदबाजी, आस्ट्रेलिया, बल्लेबाज लोकेश राहुल, चायकाल तक भारत, ईशांत शर्मा, उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे

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बेंगलुरू | बेंगलुरू टेस्ट में नाथन लॉयन (8-50) की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर आस्ट्रेलिया ने एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन शनिवार को भारत को पहली पारी में 189 रनों पर ढेर कर दिया। मेजबानों के लिए सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने सर्वाधिक 90 रन बनाए। राहुल ने अपनी पारी में 205 गेंदों का समाना किया और नौ बार गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाया।

बेंगलुरू टेस्ट,नाथन लॉयन, बेहतरीन गेंदबाजी, आस्ट्रेलिया, बल्लेबाज लोकेश राहुल, चायकाल तक भारत, ईशांत शर्मा, उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे

दिन के पहले सत्र में दो और दूसरे सत्र में तीन विकेट गंवाने वाली भारतीय टीम तीसरे सत्र में ज्यादा देर टिक नहीं सकी और उसने बाकी के पांच विकेट 21 रनों के भीतर गंवा दिए।

लॉयन भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले आस्ट्रेलियाई गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने इस मामले में ब्रेट ली को पीछे छोड़ा है।

चायकाल तक भारत का स्कोर पांच विकेट के नुकसान पर 168 था। तीसरा सत्र खेलने उतरी भारतीय टीम के खाते में छह रन ही जु़ड़े थे कि रविचंद्रन अश्विन (7) को लॉयन ने पवेलियन पहुंचाया। इसके बाद लॉयन ने रिद्धिमान साहा (1), रवींद्र जडेजा (3), राहुल और ईशांत शर्मा को पवेलियन भेज भारतीय पारी का अंत किया।

इससे पहले भारत ने भोजनकाल तक दो विकेट खोकर 72 रन बनाए थे। पहले सत्र में भारत ने सलामी बल्लेबाज अभिनव मुकुंद (0) और चेतेश्वर पुजारा (17) के विकेट गंवाए थे। लॉयन की गेंद पर पुजारा के आउट होने के साथ ही भोजनकाल की घोषणा कर दी गई थी।

टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मेजबान टीम को मुकुंद के रूप में पहला झटका लगा। साढ़े पांच साल बाद टीम में वापसी कर रहे मुकुंद, मिशेल स्टार्क की फुलटॉस गेंद पर क्रॉस शॉट खेलने गए, लेकिन गेंद सीधे उनके पैड पर जा लगी। अंपायर ने उन्हें पगबाधा करार दिया।

हालांकि रिप्ले से लग रहा था कि गेंद लेग स्टम्प से बाहर जा रही है, लेकिन भारतीय टीम ने इस पर रिव्यू लेना उचित नहीं समझा। मुकुंद आठ गेंद खेलने के बाद भी खाता नहीं खोल पाए। वह तीसरे ओवर में 11 के कुल स्कोर पर आउट हुए।

इसके बाद उतरे पुजारा ने राहुल के साथ मिलकर आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का अच्छे से सामना किया और भारत को शुरुआती झटके से उबारा। लग रहा था कि पुजारा पहले सत्र में नाबाद लौटेंगे, लेकिन लॉयन ने 28वें ओवर की पांचवीं गेंद पर उन्हें आउट कर भारत को दूसरा झटका दिया और इसी के साथ भोजनकाल की घोषणा कर दी गई। पुजारा ने राहुल के साथ दूसरे विकेट के लिए 61 रनों की साझेदारी की।

दूसरे सत्र में राहुल ने अपना अर्धशतक पूरा किया। कप्तान विराट कोहली (12) राहुल का ज्यादा देर साथ नहीं दे सके और लॉयन की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए। इस पर कोहली ने रिव्यू भी मांगा, लेकिन यह उनके खिलाफ ही गया। कोहली 88 के कुल स्कोर पर आउट हुए।

लॉयन इस मैच को मिलाकर कोहली और पुजारा को पांच-पांच बार आउट कर चुके हैं। उनसे ज्यादा कोई और गेंदबाज इन दोनों बल्लेबाजों को टेस्ट में इतनी बार आउट नहीं कर पाया है।

उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे (17) ने राहुल का साथ देने की कोशिश की। यह साझेदारी मजबूत हो रही थी तभी लॉयन ने मेजबानों को चौथा झटका दिया। रहाणे, लॉयन की गेंद पर बीट हो गए और मैथ्यू वेड ने उन्हें स्टम्प किया। दोनों ने मिलकर 30 रन जोड़े।

इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक लगाने के बाद इस मैच में पहली बार अंतिम एकादश में शामिल किए गए करुण नायर (26) भी अच्छी शुरुआत को आगे नहीं बढ़ा पाए। नायर को पहले मैच के हीरो स्टीव ओकीफ ने स्टम्प करवाया। यह भारत का पांचवां विकेट था।

आस्ट्रेलिया की तरफ से लॉयन के अलावा स्टार्क और ओकीफ को एक-एक सफलता मिली।

 

खेल-कूद

HAPPY BIRTHDAY KING KOHLI : भारतीय क्रिकेट टीम के किंग विराट कोहली आज मना रहे है अपना 36वां जन्मदिन

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नई दिल्ली। भारतीय टीम के स्‍टार बल्‍लेबाज विराट कोहली का आज 36वां जन्मदिन हैं। एक साल से कोहली काफी उतार-चढ़ाव से गुजर रहे हैं। हालिया न्‍यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में इस रन मशीन को एक-एक रन के लिए जूझते हुए देखा गया। कोहली ने अब से ठीक एक साल पहले अपने 35वें जन्मदिन पर रिकॉर्ड की बराबरी करने वाला 49वां वनडे शतक बनाया और उसके कुछ दिन बाद ही 50वां वनडे शतक जड़ महान बल्‍लेबाज सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ डाला।

कहां से मिली कोहली को असली पहचान?

विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में हुआ. वह दिल्ली के उत्तम नगर में पले-बढ़े. बताया जाता है कि सिर्फ 9 साल की उम्र में ही कोहली ने क्रिकेट को अपना लिया था. इसके बाद उन्होंने अपने बचपन के कोच राजकुमार शर्मा से क्रिकेट की बारीकियां सीखीं.

कोहली ने क्रिकेट में धीरे-धीरे कमाल करना शुरू किया. उन्होंने एज ग्रुप क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए फर्स्ट क्लास क्रिकेट की तरफ कदम बढ़ाया. 2006 में कोहली ने करियर का पहला फर्स्ट क्लास मैच दिल्ली के लिए खेला. इसी दौरान कोहली के पिता प्रेम कोहली का निधन हुआ. पिता के निधन के बावजूद कोहली कर्नाटक के खिलाफ खेल रहे मैच में बैटिंग करने के लिए गए और उन्होंने 90 रनों की पारी भी खेली. यहां से कोहली को कुछ पहचान मिली.

 

 

 

 

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