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खेल-कूद

बोर्ड चाहे तो कर सकता है मेरी कप्तानी का विश्लेषण : मुश्फिकुर

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बोर्ड चाहे तो कर सकता है मेरी कप्तानी का विश्लेषण : मुश्फिकुर

हैदराबाद | बांग्लादेश क्रिकेट टीम के कप्तान मुश्फिकुर रहीम का कहना है कि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) उनकी कप्तानी का ‘विश्लेषण’ कर सकता है और वह इसके लिए तैयार हैं। भारत के खिलाफ सोमवार को समाप्त हुए एकमात्र टेस्ट मैच में बांग्लादेश को 208 रनों से हार मिली थी।

वेबसाइट ‘ईएसपीएनक्रिकइन्फो डॉट कॉम’ की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2013 में बांग्लादेश के एकदिवसीय टीम के कप्तान का पद छोड़ने के बाद से उनकी कप्तानी के बारे में चर्चा जारी रही है। 2015 के बाद से कप्तान के तौर पर उनकी आलोचनाएं बढ़ने लगीं और इसका असर भारत के खिलाफ खेले गए हैदराबाद टेस्ट मैच में साफ नजर आया, जहां उनकी विकेटकीपिंग भी सवालों के घेरे में आ गई।

हालांकि, मुश्फिकुर का कहना है कि वह टीम में विकेटकीपर, बल्लेबाज और कप्तान के तौर अपने किरदारों से खुश हैं।

बांग्लादेश के लिए हैदराबाद टेस्ट मैच की पहली पारी में मुश्फिकुर ने 127 रन बनाए थे, जिससे मध्यम क्रम में बल्लेबाज के तौर पर उनकी भूमिका स्पष्ट हुई। उनका कहना है कि 2011 में बीसीबी द्वारा उन्हें विकेटकीपर, बल्लेबाज और कप्तान की भूमिकाएं सौंपे जाने के बाद से वह इन्हें निभाकर खुश हैं। यह बोर्ड पर है कि वह इस मुद्दे पर विचार करता है या नहीं।

मुश्फिकुर ने कहा, “मेरा रन बनाने का औसत 33 या 34 से अधिक नहीं है। तो, फिर किस प्रकार मैं बांग्लादेश का शीर्ष बल्लेबाज कहला सकता हूं। यह जरूर है कि अगर आपको टीम में दो या तीन भूमिकाएं सौंपी गई हैं, तो इसका मतलब है कि प्रबंधन ने आप पर भरोसा जताया है। मेरे किरदारों का फैसला बोर्ड पर निर्भर करता है और उन्हें मेरे भविष्य का फैसला करने दें।”

बांग्लादेश टेस्ट टीम के कप्तान मुश्फिकुर ने कहा, “इस वक्त मैं अपने काम का आनंद ले रहा हूं। मध्यमक्रम के बल्लेबाज के तौर पर खेलना मुझे अच्छा लगता है। बीसीबी के अधिकारी फैसला ले सकते हैं, लेकिन जहां तक मेरी बात है मैं टीम में अपने तीनों किरदारों से खुश हूं। कप्तानी मेरे हाथों में नहीं है। बोर्ड इसका विश्लेषण कर इस बारे में फैसला ले सकता है।”

खेल-कूद

विराट कोहली ने की है 12वीं तक पढ़ाई, इस सब्जेक्ट का नाम सुनकर ही आ जाता था पसीना

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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली आज अपना 36वां जन्मदिन मना रहे हैं। अपने 16 साल के करियर में विराट इतने आगे निकल गए हैं कि उनके रिकार्ड्स को तोड़ना लगभग नामुमकिन सा लगता है। आज विराट के जन्मदिन के मौके पर हम आपको ऐसी बात बताने जा रहे हैं जो आपने शायद पहले कभी नहीं सुनी होगी। आज हम आपको बताएंगे कि मैदान पर अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों को डराने वाले विराट किससे डरा करते थे।

आपको जानकर हैरानी होगी कि मैदान पर रिकॉर्ड्स के अंबार लगाने वाले विराट कोहली ने केवल 12वीं तक की ही पढ़ाई की है। क्रिकेट के प्रति दीवानगी के चलते उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। विराट ने दिल्ली की ‘विशाल भारती पब्लिक स्कूल’ से पढ़ाई की है। स्कूल की वेबसाइट में भी एल्युमनाई में कोहली का जिक्र है और उनकी तस्वीरें भी लगा रखी है।

दिल्ली के जानेमाने स्कूल में से एक इस स्कूल को कई अवार्ड मिल चुके हैं। विराट का फेवरेट सब्जेक्ट हिस्ट्री था। विराट हमेशा से ही अतीत की बातें सीखने के लिए उत्सुक रहते थे। मैथ्स एक ऐसा सब्जेक्ट था जिसके बारे में सुनकर विराट के पसीने छूट जाते थे। कहा जाता है कि एक बार विराट को मैथ्स में 100 में केवल 3 ही मार्क्स मिले थे।

विराट कोहली की ही कप्तानी में भारतीय टीम ने 2008 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जीती थी। यह टूर्नामेंट मलेशिया में खेला गया था। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर कोहली ने टीम इंडिया के लिए अपना पहला इंटरनेशनल मैच 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था।

 

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