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भाजपा का दफ्तर हर जिले में हो : मोदी

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बेंगलुरू | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि केंद्र सरकार की उपलब्धियों को जनता से साझा करने और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अपने विस्तार के लिए देश के हर जिले में अपना दफ्तर खोलना चाहिए। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री ने हमें सलाह दी है कि पार्टी को मजबूत करने के लिए देश के हर जिले में पार्टी का दफ्तर खोला जाए, जिसके माध्यम से सरकार के कार्यक्रमों तथा उपलब्धियों से जनता को रूबरू कराया जा सके।

भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के 300 से ज्यादा सदस्यों को विदाई संबोधन में मोदी ने सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं जैसे अंत्योदय अन्न योजना के माध्यम से जन-जन तक पहुंचने की सलाह दी। यह योजना गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को रियायती दर पर खाद्य सामग्री मुहैया कराती है। मोदी ने कहा, “पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं को लोगों खासकर गरीबों व दलितों तक पहुंचने के लिए एक साल तक चलने वाले पंडित दीन दयाल उपाध्याय की शताब्दी वर्ष का इस्तेमाल करना चाहिए।” प्रधानमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे सरकार के स्वच्छ भारत कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार करें, क्योंकि यह लोगों खासकर गरीबों व कमजोर तबकों के स्वास्थ्य से जुड़ा है। उनका कल्याण भी स्वच्छता व सफाई से जुड़ा है।

जेटली ने मोदी के भाषण के हवाले से कहा, “स्वच्छ भारत अभियान गरीबों के बेहतर स्वास्थ्य को सुनिश्चित करेगा और इससे इलाज व दवाओं पर उनका खर्च कम होगा। साथ ही यह उन्हें स्वस्थ रखेगा। पार्टी को यह संदेश ग्रामीण स्तर तक पहुंचाना चाहिए, ताकि ग्रामीण लोग इसका लाभ उठा सकें।”

जेटली ने मोदी के हवाले से कहा, “हमारी सरकार बनने के पहले ही एक दुष्प्रचार अभियान चलाया गया कि प्राकृतिक गैस की कीमतें 8.4 डॉलर प्रति 10 लाख बीटीयू (ब्रिटिश थर्मल यूनिट) से ऊपर बढ़ेंगी। लेकिन कीमत बढ़ाने की जगह हमने इसे पांच डॉलर से भी कम पर ला दिया।

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

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हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

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