मुख्य समाचार
भारतीय खिलौना बाजार में 10 से 12 फीसदी वृद्धि का अनुमान : फनस्कूल सीईओ
नई दिल्ली, 24 मई (आईएएनएस)| खिलौना निर्माण के क्षेत्र की अग्रणी भारतीय कम्पनी फनस्कूल इंडिया लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के. जॉन बेबी का मानना है कि भारत में संगठित खिलौना बाजार अभी शुरुआती चरण में है और काफी तेजी से विकास कर रहा है। इसके हर साल 10 से 12 फीसदी की रफ्तार से बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में फनस्कूल इंडिया अनुमानित 3000 करोड़ रुपये के भारतीय बाजार में अपनी उपस्थिति मजबूत करते हुए हिस्सेदारी बढ़ाने पर गम्भीरता से विचार कर रहा है।
फनस्कूल के पास खिलौना निर्माण का 31 साल का अनुभव है और यह भारत में काफी जाना-पहचाना नाम है। अपने ब्रांड्स के अलावा फनस्कूल भारत में कई विदेशी प्रॉडक्ट्स का डिस्ट्रीब्यूशन करता है। इन ब्रांड्स मे हेसब्रो, लेगो, डिज्नी, वार्नर ब्रदर्स, टाकारा टोमी और रेवेंसबर्गर शामिल हैं। भारतीय बाजार में कम्पनी अपने उत्पादों के साथ-साथ इन ब्रांड्स को प्रमोट करने में जुटी है क्योंकि उसकी आय का एक बड़ा हिस्सा विदेशी ब्रांड्स के डिस्ट्रीब्यूशन से आता है।
वैश्विक खिलौना बाजार में भारत की क्या हिस्सेदारी है? इस बारे में पूछे जाने पर जॉन बेबी ने आईएएनएस से कहा, वैश्विक खिलौना बाजार में भारत की हिस्सेदारी काफी कम है। वैश्विक बाजार करीब 90 अरब डॉलर का हो चुका है। भारत में संगठित खिलौना बाजार खुदरा मूल्य के आधार पर करीब 3,000 करोड़ रुपये का है। इस बाजार के सालाना 10 से 12 फीसदी की दर से वृद्धि करने का अनुमान है। भारत में हमें पहली पीढ़ी के ऐसे माता-पिता देखने को मिल रहे हैं, जिन्होंने अपने बचपन में कुछ ब्रांडेड खिलौने देखे हैं और वे ब्रांडेड खिलौने खरीद रहे हैं। चूंकि बाजार फिलहाल शुरूआती चरण में ही है, ऐसे में आने वाले वर्षो में उद्योग अच्छी वृद्धि की उम्मीद कर सकता है।
बेबी के मुताबिक अगले पांच सालों में भारत में खिलौना उद्योग का अनुमानित आकार 5000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।
फनस्कूल 31 साल का हो चुका है और इस दौरान उसने किन प्रमुख चुनौतियों का सामना किया है? इस सम्बंध में बेबी ने कहा, फनस्कूल की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक अंतरराष्ट्रीय बाजारों को स्वीकार्य उच्चतम गुणवत्ता के मानकों को हासिल करना था और निर्यात के क्षेत्रों में बदलाव लाना था। हमने आखिरकार सफलता हासिल की और पिछले कुछ वर्षों के दौरान निर्यात में काफी तेजी से वृद्धि हो रही है। पिछले वर्ष हमने टीएआईटीएमए अवॉर्ड फॉर ‘एक्सपोर्टर ऑफ द ईयर’ जीता है और स्पोर्ट्स गुड्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल दिल्ली की ओर से गोल्डेन अवॉर्ड फॉर ‘हाईएस्ट एक्सपोर्टर ऑफ ट्वॉयज’ मिला है।
बेबी ने कहा कि फनस्कूल ने आने वाले वर्षो के लिए काफी आक्रामक वृद्धि योजना तय की है। उन्होंने कहा, हमारी योजना बाजार वृद्धि दर के मुकाबले तेजी से वृद्धि करने की है। हमारा मुख्य ध्यान अपने खुद ब्रांड-गिगल्स, फनडो, प्ले एंड लर्न, हैंडीक्राफ्ट्स और कई अन्य बोर्ड गेम्स को बढ़ावा देने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध उन उत्पादों को बढ़ावा देने की ओर है, जिनका हम भारत में प्रतिनिधित्व करते हैं। ये ब्रांड्स भारत में काफी लोकप्रिय हैं।
फनस्कूल भारत की एकमात्र ऐसी कंपनी होगी, जिसके पास नवजात से लेकर वयस्कों तक के लिए हर श्रेणी में खिलौने मौजूद हैं। नवजात बच्चों के लिए कम्पनी के पास टीथर्स, रैटल्स, सॉफ्ट बॉल इत्यादि हैं। प्रीस्कूल में जाने वाले बच्चों के लिए इसके पास पुल-अलॉन्ग और ड्रैग अलॉन्ग और अन्य रोल-प्ले ट्वॉयज हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए रोल प्ले ट्वॉयज सुपरमैन, बैटमैन और एक्षन ट्वॉयज जैसे बेब्लेट्स हैं। लड़कियों के लिए बेबी ऑल गॉन जैसी डॉल हैं।
इसके अलावा बड़ी हो रही लड़कियों के लिए डिज्नी डॉल हैं। बड़े हो रहे लड़कों की मस्ती और खेल के लिए आरसी कार, न्यू ब्राइट रिमोट कंट्रोल कार हैं और स्ट्रैटेजो, मोनोपोली, ऑथेलो, स्कॉटलैंड यार्ड, कैटन जैसे सर्वश्रेश्ठ बोर्ड गेम और दुनिया में सबसे अधिक बिकने वाले सभी गेम उपलब्ध हैं। फनडो के साथ कम्पनी के पास क्रिएटिव और आर्ट श्रेणी है, जिसमें ‘हैंडीक्राफ्ट्स’ ब्रांड नाम के अंतर्गत कई कला और षिल्प उत्पाद उपलब्ध हैं।
खिलौनों के साथ सुरक्षा एक अहम पहलू होता है। इस संबंध में भारतीय बाजार में जागरूकता का स्तर क्या है? इसे लेकर बेबी ने कहा, शिक्षित अभिभावकों के लिए खिलौनों की सुरक्षा खरीदारी के लिहाज से एक महत्वपूर्ण पहलू है। इसलिए ब्रांडेड खिलौने शहरी बाजारों में लोकप्रिय हैं। हालांकि ज्यादातर अभिभावकों के लिए खिलौने बच्चों के लिए सिर्फ खेलने की चीजें हैं और उन्हें बच्चों के विकास के टूल के तौर पर खिलौनों की सुरक्षा या गुणवत्ता के बारे में कोई जानकारी नहीं है। माता-पिता को बच्चों की शारीरिक और मानसिक आयु के मुताबिक उपयुक्त खिलौना चुनने के लिए षिक्षित करने की तत्काल जरूरत है।
मुख्य समाचार
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत
पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.
शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव
अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।
-
ऑफ़बीट2 days ago
बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन
-
नेशनल2 days ago
आज शाम दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय जाएंगे पीएम मोदी, कार्यकर्ताओं को करेंगे संबोधित
-
खेल-कूद2 days ago
IND VS AUS : दूसरी पारी में मजबूत स्थिति में भारत, केएल राहुल और यशस्वी ने जड़ा अर्धशतक
-
नेशनल2 days ago
संजय राउत को महाराष्ट्र के नतीजे मंजूर नहीं, कहा- ये कैसा लोकतंत्र है, प्रदेश की जनता के साथ हुई बेईमानी
-
बिजनेस3 days ago
जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
-
नेशनल2 days ago
महाराष्ट्र के रुझानों में महायुति को प्रचंड बहुमत, MVA को तगड़ा झटका
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार