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रियो ओलम्पिक (हॉकी) : ब्रिटेन के हाथों भारतीय महिला टीम की करारी हार

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भारतीय महिला टीम

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भारतीय महिला टीमरियो डी जेनेरियो| रियो ओलम्पिक में सोमवार को भारतीय महिला हॉकी टीम को पूल चरण के अपने दूसरे मुकाबले में ब्रिटेन के हाथों 0-3 से करारी हार झेलनी पड़ी। भारतीय महिलाएं जरा भी लय में नजर नहीं आईं और गेंद अपने पास रखने में संघर्ष करती दिखीं।

भारत से कहीं ऊंची वरीयता वाली ब्रिटिश टीम और भारतीय महिला टीम के बीच गुणवत्ता और कुशलता का अंतर साफ नजर आ रहा था। ब्रिटेन की ओर से जिसेले एंश्ले ने 25वें मिनट में, निकोला व्हाइट ने 27वें मिनट में और एलेक्जांद्रा डैनसन ने 33वें मिनट में एक-एक गोल दागे।

रियो ओलम्पिक में भारतीय महिला टीम की यह पहली हार है। इससे पहले भारत ने जापान के साथ 2-2 से ड्रॉ खेला था।

वहीं विश्व नंबर-7 ब्रिटिश महिला टीम की लगातार दूसरी जीत है। ब्रिटेन ने पहले पूल मैच में अपने से ऊंची वरीयता वाली आस्ट्रेलियाई टीम को 2-1 से हराया था।

13वीं विश्व वरीयता प्राप्त भारतीय टीम शुरू से दबाव में नजर आई, जबकि ब्रिटिश टीम ने लगातार भारतीय गोलपोस्ट पर हमले जारी रखे।

भारतीय रक्षापंक्ति किसी तरह पहले क्वार्टर में ब्रिटिश आक्रमण को नाकाम करने में सफल रही। दूसरे क्वार्टर में भी ब्रिटिश टीम मैदान पर हावी रही और गोल हासिल करने में भी कामयाब हुई।

ब्रिटेन के लिए दूसरे क्वार्टर में मैच के 25वें मिनट में जिसेल एंश्ले ने पेनाल्टी कॉर्नर पर पहला गोल दागा। दो मिनट बाद ही निकोला व्हाइट ने फील्ड गोल कर ब्रिटेन को 2-0 की बढ़त दिला दी।

तीसरे क्वार्टर में लौरा अंसवर्थ का शॉट चूक गया, लेकिन एलेक्जांद्रा डैनसन ने रिवर्स होकर आई गेंद को गोलपोस्ट की राह दिखा दी और ब्रिटेन को 3-0 की निर्णायक बढ़त दिला दी।

ब्रिटिश महिलाओं ने इसके बाद लगातार भारतीय गोलपोस्ट पर हमले जारी रखे और तीसरा क्वार्टर समाप्त होने से पहले चार पेनाल्टी कॉर्नर और हासिल किए, हालांकि वे इन्हें गोल में तब्दील नहीं कर सकीं।

0-3 से पिछड़ चुकीं भारतीय महिलाओं ने आखिरी क्वार्टर में बेहतर खेल का प्रदर्शन किया और कई हमले करने में सफल रहीं। भारतीय टीम को आखिरी क्वार्टर में कई पेनाल्टी कॉर्नर भी मिले पर शुरुआती से ही दबाव में आ चुकी भारतीय टीम किसी अवसर का लाभ नहीं उठा सकी।

सोमवार को हुए अन्य मैचों में पूल-बी में अमेरिका ने आस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया, जबकि पूल-ए में जर्मनी ने न्यूजीलैंड को 2-1 से मात दी।

एक अन्य मुकाबले में मौजूदा चैम्पियन नीदरलैंड्स ने केली जोंकर की हैट्रिक की बदौलत दक्षिण कोरिया को 4-0 से करारी शिकस्त दी।

भारतीय टीम अब बुधवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान पर उतरेगी, जबकि ब्रिटिश महिलाएं अर्जेटीना का सामना करेंगी।

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मुख्य समाचार

‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

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