अन्तर्राष्ट्रीय
‘भारत में स्वाइन फ्लू वायरस पहले से अधिक खतरनाक’
वाशिंगटन | स्वाइन फ्लू या इंफ्लुएजा ए (एच1एन1) वायरस भारत में इस समय पहले से कहीं ज्यादा खतरनाक रूप धारण कर चुका है। स्वाइन फ्लू से अब तक 1,500 लोगों की मौत हो चुकी है और 27,000 लोग इससे संक्रमित हैं।
मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) से जुड़े भारतीय मूल के वैज्ञानिकों ने एक शोध के आधार पर यह दावा किया। शोध नतीजा विज्ञान पत्रिका ‘सेल होस्ट एवं माइक्रोब’ में प्रकाशित हुआ है, जिसमें भारतीय स्वास्थ्य विभाग की उस रपट का खंडन किया गया है, जिसके मुताबिक वर्ष 2009 में अस्तित्व में आए एच1एन1 का स्वरूप नहीं बदला है। वैज्ञानिकों ने आगाह किया है कि एच1एन1 वायरस में बीते सालों में बदलाव हुए हैं और अब यह पहले की अपेक्षा काफी तेजी से फैल रहा है और इसलिए इस वायरस के बारे में और ज्यादा अध्ययन करने की आवश्यकता है।
एमआईटी के राम शशिशेखरन ने कहा, “हम बड़ी मुश्किल और संकट की स्थिति मे हैं, जहां हमें खतरे के बारे में बहुत सीमित जानकारी है और कई भ्रांतियां हैं।” उन्होंने कहा, “यदि आप समय के साथ इस पर नजर रखते हैं, संगठित होते हैं और जानकारियां एकत्र करते हैं, तभी आप वायरस से लड़ने के लिए एक बेहतर रणनीति के साथ तैयार हो पाते हैं।” शशिशेखरन और एमआईटी के शोधकर्ता कानन तारकरमन ने 2009 में प्रकाश में आए एच1एन1 वायरस के आनुवांशिक कारकों का अध्ययन और तुलना की, जिसके शिकार 2009 से 2012 के बीच करीब 18,000 लोग हुए थे।
शोधकर्ताओं ने पाया कि भारत में मौजूदा समय में फैल रहा एच1एन1 वायरस पहले से कहीं ज्यादा विकसित हो गया है, इसके हेमाग्लुटिनिन प्रोटीन में बदलाव देखा गया है, जिसने वायरस को पहले से ज्यादा उग्र बना दिया है। शशिशेखरन ने कहा, “अभी नए एच1एन1 वायरस के बारे में और अधिक शोध करने और जानकारी जुटाने की आवश्यकता है।” नए वायरस के बारे में और अधिक शोध तथा जानकारी से लोक स्वास्थ्य अधिकारियों को इस बात का पता लगाने में मदद मिलेगी कि कौन सी दवा इस समय ज्यादा कारगर होगी। इससे अगली बार के लिए अधिक विकसित दवा पहले से तैयार करने में भी सहायता मिलेगी।
अन्तर्राष्ट्रीय
लाहौर में प्रदूषण ने तोड़े सारे रिकार्ड, 1900 तक पहुंचा AQI, स्कूल बंद
नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर का AQI 1900 पहुंच गया है जो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान-भारत सीमा के पास अब तक का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। इसी के साथ लाहौर रविवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की रियल टाइम सूची में पहले नंबर पर पहुंच गया।
बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लाहौर में आपातकाल जैसा माहौल है। वायु की खतरनाक गुणवत्ता को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न शहरों में प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की गई है। वहीं पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि, सरकार ने माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हुए प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है कि बच्चे मास्क पहनें, क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 50 प्रतिशत कार्यालय कर्मचारी घर से काम करेंगे।
मरियम औरंगजेब ने आगे कहा है कि पिछले एक सप्ताह से भारत से हवा की दिशा लाहौर की ओर हो गई है और इस वजह से धुंध बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हवाएं अमृतसर और चंडीगढ़ से आ रही हैं और इस वजह से लाहौर में AQI लगातार बिगड़ता जा रहा है।
मरियम ने कहा है कि अगर हालत और खराब हुए तो शहर में उद्योगों को बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ इसी तरह की कार्रवाई भारत की हरियाणा और पंजाब सरकार भी कर रही है, जहां पराली जलाने को लेकर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं।
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