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प्रादेशिक

मकर संक्रांति इस बार 15 जनवरी को

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लखनऊ। संक्रांति पर गंगा स्नान एवं पूजन का विशेष महत्व है। इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। इसी दिन पश्चिम बंगाल स्थित सबसे बड़े तीर्थ गंगा सागर जाकर श्रद्धालु डुबकी लगाकर पुण्य कमाते हैं।

खरमास के कारण 14 जनवरी के बजाय इस बार लोग खिचड़ी का दान व भोग 15 जनवरी को लगा सकेंगे। इसके साथ ही सूर्य के मकर में प्रवेश करते ही सहालगें भी शुरू हो जाएंगी।

लखनऊ निवासी ज्योतिषी आचार्य प्रदीप तिवारी ने बताया कि 14 जनवरी की शाम से सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में यानी दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करेगा, तभी से संक्रांति लग जाएगी।

उन्होंने बताया कि रात में दान-पुण्य नहीं किया जाता, इसलिए संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। लोग इस दिन दान-पुण्य व खिचड़ी का भोग लगा सकेंगे।

पंडित प्रदीप तिवारी ने बताया कि इसी दिन सूर्य के मकर में प्रवेश कर जाने से सहालगें भी शुरू हो जाएंगी। इसलिए लोग बच्चों के मुंडन, छेदन संस्कार आदि करा सकते हैं।

लखनऊ में 14 जनवरी को सिर्फ जिला स्तरीय कार्यालय व निगमों में ही अवकाश रहेगा। बैंक, कोषागार, विभागीय मुख्यालय व शासन के सभी कार्यालय इस दिन खुले रहेंगे।

 

IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

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