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प्रादेशिक

मप्र : महिला अधिकारी रिश्वत लेते गिरफ्तार

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मंदसौर| मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार को महिला बाल विकास अधिकारी अंशुबाला मसीह को बतौर रिश्वत 50 हजार रुपये लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। उज्जैन लोकायुक्त के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी ने बताया है कि मंदसौर की महिला बाल विकास अधिकारी अंशुबाला ने मध्याह्न् भोजन की आपूर्ति करने वाली राधा बाई से लंबित भुगतान के एवज में 70 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। राधा बाई जब रिश्वत की पहली किस्त 50 हजार रुपये अंशुबाला को दे रही थी, तभी उसे गिरफ्तार कर रिश्वत की रकम बरामद कर ली गई। पुलिस ने बताया कि अंशुबाला के खिलाफ भ्रष्टचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर उसे रिहा कर दिया गया।

राधा बाई ने बताया कि उसका वर्ष 2011 में मध्याह्न् भोजन की आपूर्ति करने का एक लाख 40 हजार रुपये लंबित थे। भुगतान के एवज में महिला बाल विकास अधिकारी अंशुबाला ने उससे 70 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। दूसरी ओर, अंशुबाला का कहना है कि राधा बाई ने उनसे 50 हजार रुपये उधार लिए थे, जो वह देने आई थी। वह रिश्वत नहीं ले रही थी, किसी ने साजिश रचकर उन्हें फंसाया है।  वहीं, लोकायुक्त की टीम के सदस्य निरीक्षक वसंत श्रीवास्तव ने संवाददाताओं को बताया कि राधा बाई ने उज्जैन के लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक से रिश्वत मांगने की शिकायत की थी, उसी आधार पर दबिश देकर अंशुबाला को पकड़ा गया।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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