Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

महामना अब भारतरत्न, गायत्री परिवार में खुशी

Published

on

Loading

हरिद्वार| गायत्री परिवार के जनक युगऋषि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के प्रथम गुरु महामना पंडित मदन मोहन मालवीय को उनकी 153वीं जयंती से एक दिन पूर्व भारतरत्न सम्मान दिए जाने की घोषणा का गायत्री परिवार ने स्वागत किया है। गायत्री पीठ (शांतिकुंज) की विज्ञप्ति के अनुसार, श्रीराम शर्मा आचार्य जब 12 वर्ष के थे, उसी समय महामना ने उन्हें गायत्री मंत्र की दीक्षा दी थी और कहा था कि गायत्री ब्राह्मण की कामधेनु है। उसे प्रसन्न कर सब कुछ पाया जा सकता है।

गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने पं. मालवीय का चयन देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारतरत्न’ के लिए किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। एक कार्यक्रम में उन्होंने महामना के जीवन के अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महान शिक्षाविद् पंडित मालवीय ने शिक्षा एवं संस्कृति के लिए जो कार्य किए, इतिहास उन्हें सदा याद रखेगा।

उन्होंने कहा, “महामना महामानव थे। उन्होंने विषम परिस्थितियों में भी अंग्रेजों का डटकर सामना किया। भारतीय संस्कृति के रक्षक के रूप में मालवीय जी ने अंतिम समय तक कार्य किए।” डॉ. पण्ड्या देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी भारतरत्न से सम्मानित किए जाने की घोषणा पर प्रसन्नता प्रकट की और अटल के साथ बिताए पलों को याद किया। उन्होंने संपूर्ण गायत्री परिवार की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री अटल को उनके जन्मदिन पर बधाई दी।

नेशनल

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की हार पर बोलीं कंगना रनौत, उनका वही हश्र हुआ जो ‘दैत्य’ का हुआ था

Published

on

Loading

मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को मिली प्रचंड जीत ने विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी में शामिल पार्टियों को चारों खाने चित कर दिया है। महाराष्ट्र में पार्टी की प्रचंड जीत पर बीजेपी की सांसद कंगना रनौत काफी खुश हैं। वहीं, उद्धव ठाकरे की हार पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कंगना ने कहा कि महिलाओं का अपमान करने की वजह से उनका ये हश्र हुआ है। मुझे उनकी हार का अनुमान पहले से ही था।

कंगना रनौत ने कहा, “मुझे उद्धव ठाकरे की हार का अनुमान पहले ही था। जो लोग महिलाओं का अपमान करते हैं, वे राक्षस हैं और उनका भी वही हश्र हुआ जो ‘दैत्य’ का हुआ था। वे हार गए, उन्होंने महिलाओं का अपमान किया। मेरा घर तोड़ दिया और मेरे खिलाफ अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया, इसलिए यह स्पष्ट है कि वे सही और गलत की समझ खो चुके हैं।

बता दें कि कंगना रनौत और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार के बीच 2020 में तब कड़वाहट भरी झड़प हुई थी, जब तत्कालीन अविभाजित शिवसेना के नेतृत्व वाली बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने उनके बांद्रा स्थित बंगले में कथित अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया था। अपने बंगले में तोड़फोड़ की कार्रवाई से पहले रनौत ने यह भी कहा था कि उन्हें “मूवी माफिया” से ज्यादा मुंबई पुलिस से डर लगता है और उन्होंने महाराष्ट्र की राजधानी की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से की थी।

Continue Reading

Trending