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प्रादेशिक

महाराष्ट्र में गणेश विसर्जन के दौरान 16 मरे

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महाराष्ट्र

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महाराष्ट्रमुंबई/नागपुर| महाराष्ट्र में 11 दिवसीय गणेशोत्सवक समाप्त होने के बाद गुरुवार को शुरू हुई विसर्जन प्रक्रिया में शुक्रवार सुबह तक 16 लोगों की मौत की सूचना है, जबकि दो लापता बताए जा रहे हैं। नासिक में गुरुवार को भारी बारिश के बीच विसर्जन के दौरान सात लोगों की मौत हो गई।

मूर्ति विसर्जन के दौरान मुसालगांव के एक तालाब में सेना के जवान संदीप शिरसत और एक अन्य स्थानीय नागरिक रामेश्वर की डूबने से मौत हो गई, जबकि जिले के अन्य गांवों में नीलेश पाटिल, भूषण कास्बे, सुमित पवार, अमोल पाटिल और रोशन साल्वे की डूबकर मौत हो गई। वर्धा जिले में नदी में विसर्जन के दौरान भगवान गणेश की मूर्ति के साथ सेल्फी लेने के क्रम में तीन छात्रों की डूबकर मौत हो गई, जबकि उनके एक दोस्त को स्थानीय नागरिकों ने बचा लिया।

गोदावरी में विसर्जन के दौरान वालुज के एक स्कूल शिक्षक परमेश्वर शेनगुले की डूबने से मौत हो गई, जबकि नांदेड़ में एक सफाईकर्मी की भी मौत हो गई। जलगांव की कांग नदी में दो युवा पानी के तेज प्रवाह में बह गए। एक का शव बरामद कर लिया गया, जबकि एक अन्य लापता है। पुणे में विसर्जन के बाद से दो लोग लापता हैं। अभी इस बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है।

नागपुर में एक 27 वर्षीया महिला मनीषा के.मासाराम की मौत बुधवार रात हनुमान मंदिर गणेशोत्सव मंडल में प्रसाद बनाने की लड़ाई के दौरान हो गई। मनीषा का भाई लोकेश और एक अन्य व्यक्ति दर्शन आपस में लड़ रहे थे। इसी बीच वह बीच-बचाव करने पहुंचीं और धक्का लगने से गिर पड़ीं। इस घटना में उनकी मौत हो गई।

पंचपोली क्षेत्र के बुद्धनगर में गणेशोत्सव के दौरान ‘महाप्रसाद’ के लिए बनाई जा रही दाल की खौलती कहाड़ी में पांच साल की एक बच्ची प्रिया एस.माहुले गिर गई, जिससे उसकी मौत हो गई। वह 80 प्रतिशत से अधिक जल गई थी और बुधवार सुबह उसने दम तोड़ दिया।

उत्तर प्रदेश

डेकोरेटिव लाइट्स से महाकुंभ बनेगा भव्यता का प्रतीक

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को दिव्य और भव्य बनाने के लिए योगी सरकार अनेक अभिनव प्रयास कर रही है। इसी क्रम में पूरे मेला क्षेत्र को डेकोरेटिव लाइट्स से सजाया जा रहा है। 8 करोड़ की लागत से उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लि. की ओर से पूरे मेला क्षेत्र में 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल का जाल बिछाया जा रहा है। संगम जाने वाली हर प्रमुख सड़क पर यह अलौकिक पोल और लाइट श्रद्धालुओं का स्वागत करती नजर आएगी। योगी सरकार का यह प्रयास न केवल श्रद्धालुओं को दिव्य अनुभव देगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और आधुनिकता का अद्भुत संगम भी प्रस्तुत करेगा।

प्रमुख मार्गों पर अनूठी रोशनी का जादू

अधीक्षण अभियंता महाकुंभ मनोज गुप्ता ने बताया कि सीएम योगी की।मंशा के अनुरूप महाकुंभ को भव्य रूप देने के लिए विद्युत विभाग बड़े पैमाने पर कार्य कर रहा है। डेकोरेटिव लाइट्स और डिजाइनर पोल्स उसी का हिस्सा है। मेला क्षेत्र में लाल सड़क, काली सड़क, त्रिवेणी सड़क और परेड के सभी मुख्य मार्गों को आकर्षक डेकोरेटिव लाइट्स से रोशन किया जा रहा है। ये लाइट्स भगवान शंकर, गणेश और विष्णु को समर्पित हैं, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और सौंदर्य का अनुभव कराएंगी।

8 करोड़ की भव्य परियोजना

अधिशाषी अभियंता अनूप सिंह ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में 8 करोड़ से ज्यादा की लागत से 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल लगाए जा रहे हैं। इस बार टेंपरेरी की बजाय स्थायी पोल्स का निर्माण किया गया है, जो महाकुंभ के बाद भी क्षेत्र की रौनक बनाए रखेंगे। हर पोल को कलश और देवी-देवताओं की आकृतियों से सजाया गया है, जो मेले के वातावरण को सांस्कृतिक वैभव से भर देंगे। 15 दिसंबर तक सभी डेकोरेटिव लाइट्स का कार्य संपन्न कर लिया जाएगा, जिसके बाद रात में मेला क्षेत्र की आभा देखते ही बनेगी।

विद्युत विभाग का अभिनव प्रयास

उन्होंने कहा कि महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के अनुभव को यादगार बनाने के लिए यह विद्युत विभाग की ओर से एक अभूतपूर्व पहल है। आधुनिक तकनीक और सांस्कृतिक प्रतीकों के मेल से यह परियोजना महाकुंभ को विश्वस्तरीय भव्य आयोजन का दर्जा देगी। महाकुंभ के लिए लगाए गए ये डेकोरेटिव पोल्स स्थायी रहेंगे, जिससे क्षेत्र में आने वाले पर्यटक भी लंबे समय तक इस भव्यता का आनंद ले सकेंगे। डेकोरेटिव लाइट्स से सजे इस महाकुंभ में हर श्रद्धालु को आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक गर्व का अनुभव होगा। यह पहल महाकुंभ को भारतीय संस्कृति की भव्यता और आधुनिक विकास का अद्वितीय प्रतीक बनाएगी।

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