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मांस प्रतिबंध : ठाकरे व जैन नेता मिले, विवाद खत्म

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मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी में रविवार को जैन धर्म के शीर्ष नेताओं ने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात की, जिसके साथ ही पर्यूषण पर्व के दौरान मुंबई तथा महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में मांस पर प्रतिबंधों को लेकर उठा विवाद खत्म हो गया।

बांद्रा पूर्व स्थित अपने घर मातोश्री में बैठक के बाद ठाकरे ने कहा, “जहां तक शिवसेना का सवाल है, यह विवाद खत्म हो चुका है। लेकिन हमें इस बात का पता करना होगा कि आखिर इसकी शुरुआत कैसे हुई और इसके लिए कौन जिम्मेदार है?” उन्होंने कहा कि पर्यूषण के दौरान हमेशा से शहर में मांस पर पाबंदी रही है और इसे लेकर कहीं से कोई शिकायत सामने नहीं आई।

बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएसी) द्वारा मांस के लिए जानवरों को काटने व मांस बेचने पर चार दिनों की पाबंदी के बाद ठाकरे ने आश्चर्य जताते हुए कहा, “अचानक इस साल ऐसा क्या हुआ? आखिर यह विवाद में कैसे बदल गया? इसके पीछे कौन हैं?” शिवसेना सहित अधिकांश राजनीतिक पार्टियों के हो-हंगामे के बाद बीएमसी ने प्रतिबंध को घटाकर दो दिन कर दिया था। फिर भी मुद्दे को लेकर पार्टी के रुख में किसी तरह का बदलाव नहीं लाने का संकेत देते हुए ठाकरे ने स्पष्ट किया कि हर धर्म के लोग अपने धर्म को अपने घर की चहारदीवारी तक ही सीमित रखें।

उन्होंने कहा, “किसी को भी अपने धार्मिक सिद्धांतों को किसी और पर नहीं थोपना चाहिए और इसे अपने घर की चहारदीवारी तक ही सीमित रखना चाहिए।” ठाणे जिले के मीरा-भयंदर नगर निगम इलाके में जैन मुनियों द्वारा शुरू की गई भूख हड़ताल के मद्देनजर, रविवार को हीरा व्यापारी व फिल्म निर्माता भरत शाह द्वारा यह बैठक आयोजित की गई। मीरा-भयंदर नगर निगम ने मांस पर आठ दिनों की पाबंदी लगाई है।

इसकी देखादेखी बीएमसी, नवी मुंबई, नासिक व अन्य नगर निकायों ने भी की, जिसका कड़ा विरोध हुआ। शिवसेना व इसके प्रतिद्वंद्वी महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) ने पिछले सप्ताह मटन, चिकन व मछली बेचकर अपने खिलाफ कार्रवाई के लिए अधिकारियों को चुनौती दी।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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