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नेशनल

मुश्किल में फंसे रवीन्द्र जडेजा, छापे के बाद मिला नोटिस

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नई दिल्ली। इंडियन क्रिकेट टीम से पहले से ही बाहर चल रहे ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा एक और नई मुसीबत में घिर गए हैं। इस बार उनकी मुसीबत का कारण उनका रेस्टोरेंट है। गुजरात के राजकोट में क्रिकेट थीम पर बने जडेजा के मशहूर रेस्त्रां ‘जड्डूस फूड फील्ड’ से शुक्रवार को बड़े पैमाने पर बासी खाने का सामान बरामद किया गया और उसे नष्ट किया गया।

राजकोट स्वास्थ्य विभाग पिछले कई दिनों से राजकोट के अलग-अलग होटल और रेस्टोरेंट में छापा मार खाने की चीजों पर क्वालिटी कंट्रोल कर रहा है, इसी कड़ी में उसने शुक्रवार को रवीन्द्र जडेजा के रेस्टोरेंट पर भी छापा डाला। टीम को रेस्टोंरेट में कई खराब और बासी चीजें मिलीं जिसे फेंकवा दिया गया। कार्रवाई के तहत पास ही स्थित अंतरराष्ट्रीय फूड कोर्ट चेन मैकडोनाल्ड पर भी छापेमारी की गयी और वहां से भी करीब 200 किलो अखाद्य सामग्री बरामद और नष्ट की गई।

बता दें कि येे रेस्त्रां रवींद्र जडेजा की बहन अनिरुद्ध सिंह चलाती हैं। डिप्टी हेल्थ ऑफिसर पीपी राठौर ने बताया कि जडेजा के होटल में सड़े आलू, टमाटर तथा बासी सब्जी और अन्य चीजें मिली हैं। उन्होंने बताया कि रेस्टोरेंट का किचन का एक हिस्सा बेहद गंदा था। इसके बाद विभाग की टीम ने जडेजा के रेस्त्रां के नाम पर नोटिस जारी कर दिया है।

उत्तर प्रदेश

बदायूं के इस गांव में आजादी के बाद भी नहीं मिली रोड की सुविधा, अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीण

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बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद में एक गांव ऐसा भी है जहां देश आजाद होने के बाद भी सड़क की सुविधा नही मिली है और पिछले 30 साल से एक भी व्यक्ति की सरकारी नौकरी नहीं लगी है। जिसको लेकर ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है। जिसमें तीन लोगों की हालात बिगड़ गयी जिनका स्वास्थ्य विभाग द्वारा धरना स्थल पर ही उपचार किया जा रहा है।

बता दें कि पूरा मामला जनपद बदायूं के बिसौली तहसील के आसफपुर विकासखंड क्षेत्र के ढोरनपुर गांव का है। जहां ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने बताया कि देश आजाद होने के बाद भी आज तक मुख्य मार्ग से गांव तक आने वाली सड़क की सुविधा नहीं मिली है।जिससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित होती है और बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। सड़क निर्माण ना होने वजह से पिछले 30 सालों से आज तक एक भी व्यक्ति की कोई भी सरकारी नौकरी नहीं लगी है। वही लोकसभा 2024 के चुनाव में सड़क की सुविधा नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया था। लेकिन अधिकारियों और नेताओं ने आश्वासन देकर वोट डालने की अपील की थी। लेकिन

भूख हड़ताल से तीन लोगों की हालात बिगड़ी

चुनाव संपन्न होने के बाद भी सड़क की सुविधा नहीं मिलने से ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है।अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल से तीन लोगों की हालात बिगड़ गई जिनके इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कर्मचारियों को भेजा गया है। 24 घंटे स्वास्थ्य विभाग की टीम धरना स्थल पर मौजूद है। वही ग्रामीणों ने बताया गांव में बिजली की भी समस्या है आये दिन बिजली के जर्जर तारों से घटनाएं होती है लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं होती।ग्रामीणों ने बताया कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं होता है तब तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी रहेगी। अब देखना होगा कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं का निस्तारण हो पाता या नहीं ।

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