Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

मेरे लिए पाक कला है खुदा : विजय शर्मा

Published

on

Loading

रायपुर/बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिला निवासी विजय शर्मा ने स्टार प्लस चैनल पर प्रसारित हो रहे रियलिटी शो ‘अमूल मास्टर शेफ’ में शीर्ष छह में जगह बना ली है। इसमें देशभर से करीब 65 प्रतिभागियों के बीच कांटे का मुकाबला हुआ है।

विजय ने पाक कला में यह महारथ बलौदा बाजार बस स्टैंड स्थित पिता के ढाबे में खाना बनाकर हासिल की। आज उन्होंने पूरे भारत में अपनी पहचान बनाने के साथ ही छत्तीसगढ़ को भी गौरवान्वित किया है। छत्तीसगढ़ वासियों को पूरी उम्मीद है कि विजय रियलिटी शो के विजेता बनेंगे।

वीएनएस ने विजय से एक विशेष बातचीत में उनकी जिंदगी के कुछ अनछुए पहलू सामने लाने की कोशिश की। पेश है, इस बातचीत के कुछ अंश :

ढाबे पर पिता का हाथ बंटाने के बाद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के कारोबार से जुड़ जाने के बाद अचानक ‘अमूल मास्टर शेफ’ का रुख करने की कोई खास वजह?

जवाब में विजय ने कहा, “ढाबे पर खाना बनाकर लोगों को खिलाने में मुझे बहुत सुकून मिलता था, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति को संभालने के इरादे से इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के कारोबार से जुड़ना पड़ गया। मेरी बचपन से तमन्ना रही है कि मैं लजीज व्यंजनों से अपनी विशिष्ट पहचान बनाऊं और अपने खानदानी पेशे (खाना बनाना) को नई ऊंचाई पर ले जाऊं।”

आपका अब तक का सफर कैसा रहा है?

उन्होंने कहा, “उतार-चढ़ाव के साथ सफर लगातार जारी है। मुश्किल समय हमें सीख दे जाता है। मैंने कड़वाहट नहीं, बल्कि सीख को पाला है। कशमकश से शुरू हुआ यह सफर मेरे लिए बहुत अच्छा रहा है। ‘मास्टर शेफ’ ने मुझे पूरे देश में पहचान दिलाई है।”

आपकी नजर में शो में सबसे बड़ी चुनौती क्या है?

इसके जवाब में विजय ने कहा, “मास्टर शेफ’ में रोज ही एक चुनौती होती है, क्योंकि यह मंच ही कुछ ऐसा है।”

बचपन के सपने को लेकर इस शो में पहुंचे विजय ने बताया, “मैं यहां कुछ सपने साथ लेकर आया था। अब मुझे उन सपनों को पूरा करना है। बचपन से संजोकर रखे सपने को पूरा करना है।”

आपको अब इलेक्ट्रीशियन बनना है या शेफ?

आंखों में चमक लिए विजय ने कहा, “खाना मेरे लिए खुदा है। यह मेरे खून में है। इलेक्ट्रीशियन तो हालात ने बनाया था।”

भविष्य में रेस्तरां खोलने की हसरत रखने वाले विजय ने कहा, “मैं एक रेस्तरां अवश्य खोलूंगा। शुरुआत अपने शहर से करूंगा, फिर उसके जरिए पूरे हिन्दुस्तान को प्यार परोसूंगा।”

शो में हारने का डर नहीं लग रहा?

जवाब में उन्होंने कहा, “चुनौतियों का सामना किए बिना लक्ष्य हासिल नहीं होता। मेरा लक्ष्य ही मेरा पड़ाव है। हार की तरफ मेरी सोच नहीं जाती, क्योंकि मेरे नाम के साथ ही विजय जुड़ी हुई है।”

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

Published

on

Loading

प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

Continue Reading

Trending