Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

मोदी की रैली में 2 लाख कार्यकर्ता जुटेंगे : वाजपेयी

Published

on

Loading

लखनऊ| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश इकाई ने राज्य के मथुरा जिले में 25 मई को प्रस्तावित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में लगभग दो लाख कार्यकर्ताओं के जुटने की संभावना जताई है। इस रैली के लिए मथुरा, आगरा और आसपास के करीब 15 जिलों से भाजपा कार्यकर्ताओं को लाने की तैयारियां शुरू हैं। पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने बताया कि रैली के बाद पूरे प्रदेश में जनकल्याण पर्व के माध्यम से छह केंद्रीय मंत्री सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच रखेंगे।

मोदी सरकार 26 मई को सत्ता में आने का अपना एक वर्ष पूरा कर रही है। उससे ठीक एक दिन पहले मथुरा में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मस्थली पर पार्टी की रैली आयोजित की गई है।

वाजपेयी ने आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत में कहा, “महारैली की तैयारियां चल रही हैं। ब्रज क्षेत्र के 11 जिलों एवं चार अन्य जिलों से कार्यकर्ताओं को रैली के लिए बुलाया गया है। महारैली में करीब दो लाख लोगों के पहुंचने की संभावना है। रैली की सफलता के लिए संगठन स्तर पर बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया है, जिनकी निगरानी मैं खुद कर रहा हूं।”

वाजपेयी ने बताया कि मोदी सरकार ने एक वर्ष के भीतर कई सकारात्मक फैसले किए हैं। अब समय आ गया है कि जनता को उन योजनाओं और फैसलों के बारे में बताया जाए, ताकि आम जनता विपक्ष के भ्रमजाल में न फंसे।

उन्होंने कहा कि महारैली के बाद सरकार की उपलब्धियां बताने के लिए जनकल्याण पर्व मनाया जाएगा। इसके तहत छह कैबिनेट मंत्री उप्र के अलग-अलग हिस्सों में संवाददाता सम्मेलन और रैलियों के माध्यम से जनता को सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताएंगे।

वाजपेयी ने बताया, “जनकल्याण पर्व के दौरान पूरे उप्र में केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा, साध्वी निरंजन ज्योति, राज्यबर्धन सिंह राठौर, हर्षवर्धन सिंह, उमा भारती और चौधरी बीरेंद्र सिंह के कार्यकम रखे गए हैं। ये मंत्री अलग-अलग जगहों पर जाकर सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच रखेंगे।

 

मुख्य समाचार

बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग

Published

on

Loading

नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।

विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।

चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।

Continue Reading

Trending