Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

मोदी पाकिस्तान संग शांति के इच्छुक नहीं : किश्वर नाहीद

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पाकिस्तान की मशहूर कवयित्री और सामाजिक कार्यकर्ता किश्वर नाहीद का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत और पाकिस्तान के बीच शांति बनाए रखने के प्रति इच्छुक नहीं हैं।

किश्वर यहां अंतर्राष्ट्रीय मुशायरे जश्न-ए-अदब में हिस्सा लेने आई हुई हैं। उन्होंने खास मुलाकात में कहा, “यह साफ है कि शरीफ (पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ) शांति चाहते हैं। लेकिन, मोदी नहीं चाहते। शरीफ ने मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया था लेकिन उसके बाद कुछ नहीं हुआ। अगर आप नेकनीयत नहीं हैं तो फिर देशों को घूमने और समझौतों पर दस्तखत करने से कोई ठोस नतीजा नहीं निकलेगा।”

किश्वर ने कहा कि मोदी कई तरीकों से पाकिस्तान को उकसाने की कोशिश कर रहे हैं। दक्षिण एशिया में शांति के लिए काम करने वाली किश्वर ने पूछा, “मोदी शिवसेना पर लगाम क्यों नहीं लगाते?” उन्होंने कहा कि मीडिया में नजर आने वाली शत्रुता का जवाब केवल दोनों देशों के आम लोगों के एक-दूसरे से मिलने में छिपा हुआ है। उन्होंने कहा कि मुशायरे जैसे आयोजन इस खाई को काफी हद तक भर सकते हैं।

किश्वर ने असहिष्णुता के मुद्दे पर भारतीय लेखकों और कलाकारों द्वारा पुरस्कार लौटाने का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबित होगा। दक्षिण एशिया क्षेत्रीय सहयोग संघ (दक्षेस) के लेखकों के मंच में खास भूमिका निभाने वाली किश्वर ने कहा, “मैंने अशोक वाजपेयी और नयनतारा सहगल को उसी दिन बधाई दी थी जिस दिन इन्होंने पुरस्कार लौटाए थे। मैं पुरस्कार वापसी का बतौर पाकिस्तानी नहीं, बल्कि दोनों देशों में शांति चाहने वाली के रूप में स्वागत कर रही हूं।”

किश्वर ने राजस्थान सरकार द्वारा उर्दू लेखिका इस्मत चुगताई के साहित्य को पाठ्यक्रम से हटाने के फैसले पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि ‘मौजूदा सरकार के तहत भारतीय समाज पीछे जा रहा है।’ उन्होंने अभिनेता शाहरुख खान और आमिर खान का उनके विचारों की वजह से होने वाले विरोध को गलत बताया। किश्वर नहीं मानतीं कि भारत में मुसलमान खतरे में जिंदगी जी रहे हैं। धर्म और महिला अधिकार के मामले में तानाशाह जिया उल हक के खिलाफ खड़ी होने वाली किश्वर पहली महिला लेखिका थीं।

अपने अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा, “मैंने अपने विचार की बड़ी कीमत चुकाई है। मुझे फ्रेंच लेखिका सिमोन द बुआर की किताब सेकेंड सेक्स का अनुवाद करने की वजह से रात जेल में बितानी पड़ी थी। इस किताब को अश्लील बताते हुए प्रतिबंधित किया गया था।” 1949 में भारत के बुलंदशहर से पाकिस्तान के लाहौर जाकर बसने वाली किश्वर ने कहा कि कट्टरतावाद और मदरसे पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उनके दोनों बच्चों को मौत के डर से पाकिस्तान छोड़ना पड़ा था।

नेशनल

राहुल गांधी रायबरेली पहुंचे, पीपलेश्वर मंदिर में दर्शन-पूजन कर लिया हनुमान जी का आशीर्वाद

Published

on

By

Loading

लखनऊ। कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी एक दिवसीय रायबरेली के दौरे पर हैं। राहुल गांधी ने रायबरेली लखनऊ बॉर्डर स्थित पीपलेश्वर मंदिर में दर्शन-पूजन कर हनुमान जी का आशीर्वाद लिया। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इसके बाद डिग्री कॉलेज चौराहा शहीद चौक पर पहुंचे। यहां माल्यार्पण कर डिग्री कॉलेज चौराहे का लोकार्पण किया।

लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उन्होंने सड़क मार्ग से रायबरेली तक का रास्ता तय किया। इस बीच वह चुरुवा हनुमान मंदिर में पूजा करने के लिए भी रुके। रायबरेली पहुंचने के बाद राहुल गांधी दिशा की बैठक में शामिल हुए। लोकसभा चुनाव के बाद राहुल का अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में तीसरा और यूपी का 5वां दौरा है।

कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी का कहना है कि राहुल गांधी के दौरे से उत्तर प्रदेश कांग्रेस में नई ऊर्जा आएगी। चुनाव में पार्टी के कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ेगा। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लखनऊ पहुंच गए हैं। वह एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से रायबरेली के लिए रवाना हो गए हैं।

इसके पहले राहुल गांधी को रिसीव करने आए कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी एक जागरूक और जिम्मेदार नेता हैं। वह रायबरेली संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों की स्थिति जानने के लिए दिशा की बैठक में हिस्सा लेंगे। बैठक के बाद 2:30 बजे राहुल गांधी फुरसतगंज एयर पोर्ट के लिए रवाना होंगे।

Continue Reading

Trending