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प्रादेशिक

लखनऊ : पाक पर बरसे मोदी, बोले- आतंक के रावण को बख्शेंगे नहीं

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modi in lucknow dusherraलखनऊ। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सेना की ओर से की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पाकिस्तान को आतंकवाद को पनाह देने वाला देश करार देते हुए उस पर करारा प्रहार किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को लखनऊ में दशहरा कार्यक्रम में शामिल हुए। वह ऐसे पहले पीएम हैं, जो दिल्ली से बाहर किसी रामलीला समारोह में दशहरे पर गए। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद को मानवता का दुश्मन करार देते हुए कहा कि इस बुराई को जड़ से खत्म करने की जरूरत है। जो आतंक फैलाते हैं और आतंकवादियों को पनाह देते हैं, आतंकवाद की मदद करते हैं, अब तो उन्हें बख्शा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि कभी-कभी युद्ध जरूरी हो जाता है, फिर भी भारत युद्ध की भूमि नहीं है, हम युद्ध से बुद्ध की ओर जाने वाले देश हैं।

मोदी ने कहा कि रावण रूपी आतंकवाद को मारने के साथ ही, रावण के ही रूप में समाज में पनप रही बुराइयों को भी खत्म करने का संकल्प लेना होगा। आतंकवाद पूरी मानवता का दुश्मन है और उसको पनाह देने वाले देश के खिलाफ पूरी विश्व की मानवतावादी ताकतों को एक मिलकर लड़ाई लडऩी होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ की ऐतिहासिक रामलीला में रावण वध से पूर्व वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की जरूरत है और अब तो मददगारों को भी बक्शा नहीं जा सकता। पूरा विरूस्रड्ढ देख रहा है। सीरिया में निर्दोषों की जान जा रही है। आतंकवाद से भारत पिछले 30-40 वर्षो से जूझ रहा है, लेकिन तब उसे कानून व्यवस्था से जोड़ दिया जाता था।

मोदी ने कहा कि अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के बाद आतंकवाद की समस्या पूरी दुनिया के गले उतरने लगी है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश राम, कृष्ण व तुलसी की धरा है। यहां युद्ध में भी शांति की बात होती है। महाभारत के युद्ध में कृष्ण ने गीता का उपदेश देकर सबको कर्म की सीख दी। महात्मा बुद्ध ने पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मानवता के दुश्मनों के खिलाफ पहली लड़ाई किसी फौजी और सेना ने नहीं लड़ी, बल्कि आतताई रावण के खिलाफ जटायु ने लड़ी। देश के 125 करोड़ लोग यदि जटायु से सबक लेकर आतंकवाद और उनको पनाह देने वाले देश के खिलाफ खड़े हो जाएं तो ऐसी ताकतें खुद ब खुद परास्त हो जाएंगी।

समारोह में मोदी ने कई बार जय श्रीराम के नारे लगाए और लगवाए। आयोजकों की ओर से उन्हें कई शस्त्र प्रदान किए गए, जिसमें धुनष-बाण, चक्र सुदर्शन और हनुमान की गदा भी शामिल थी। समारोह को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा लखनऊ के महापौर दिनेश शर्मा ने भी संबोधित किया।

इस मौके पर उप्र के राज्यपाल राम नाईक, उप्र भाजपा के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य, वरिष्ठ भाजपा नेता लालजी टंडन के साथ बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे। इससे पहले, मोदी वायुसेना के विशेष विमान से लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाईअडडे पर पहुंचे। प्रधानमंत्री का गृहमंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्वागत किया। इसके अलावा भाजपा के कई अन्य सांसद व प्रमुख नेता भी मौजूद थे। बसपा से भाजपा में आए ब्रजेश पाठक, जुगुल किशोर व स्वामी प्रसाद मौर्य विशेष तौर पर मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री की आगवानी करने वालों में उप्र शासन के मुख्य सचिव राहुल भटनागर, पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी के साथ ही लखनऊ के जिलाधिकारी सत्येंद्र सिंह भी शामिल थे।

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

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प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

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