Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

यूपी चुनाव: नोटों से खरीदे वोट, स्टिंग में प्रत्याशियों के कारनामों का हुआ खुलासा

Published

on

Loading

लखनऊ। भारत निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में तीन प्रत्याशियों के विरूद्ध मतदाताओं को घूस देकर प्रभावित करने, चुनाव खर्चे को छिपाने तथा बूथ कैप्चरिंग की धमकी देने के आरोप में अतीक अहमद सैफी, (बसपा प्रत्याशी) 28 मुरादाबाद, अतुल गर्ग, (सपा प्रत्याशी) 89 आगरा उत्तर और राकेश वाल्मीकि (पीस पार्टी) 87 आगरा कैन्ट के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।

प्रदेश के अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी पीके पाण्डेय ने बताया कि गत 22 फरवरी को एक मीडिया हाउस ने ‘कैश फार वोट्स स्कैन्डल 2017’ शीर्षक से टीवी पर कार्यक्रम का प्रसारण किया था, जिसमें इन तीनों प्रत्याशियों को वर्तमान विधान सभा चुनाव में स्टिंग आपरेशन के दौरान कैमरे के सामने मतदाताओं को घूस देने, चुनाव खर्च को छुपाने तथा बूथ कैप्चरिंग की धमकी देने (विशेष कर पीस पार्टी के प्रत्याशी राकेश कुमार के मामले में) सम्बन्धी बात करते हुए दिखाया गया है।

आयोग ने इसका संज्ञान लेते हुए इन तीनों प्रत्याशियों को नोटिस जारी करने तथा कानून तोडऩे एवं चुनाव में घूस देने के लिए आईपीसी की सुसंगत धाराओं 171 बी, 171 ई, चुनाव खर्च का सही विवरण देने में विफल रहने के लिये आरपी एक्ट 1951 की धारा 77 तथा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के साथ-साथ बूथ कैप्चरिंग की धमकी देने (विशेष कर पीस पार्टी के प्रत्याशी राकेश कुमार के मामले में) अधिनियम की धारा 135 (ए) के तहत एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।

एसीईओ ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देश पर मुरादाबाद एवं आगरा के जिला निर्वाचन अधिकारियों को इन प्रत्याशियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

Continue Reading

IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

Published

on

Loading

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

Continue Reading

Trending