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मुख्य समाचार

यूपी सरकार की पहल, अयोध्या और काशी में गूजेंगे भजन

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख धार्मिक नगर अयोध्या और काशी में अब सुबह-शाम भजन गूजेंगे। राज्य सरकार इसके लिए दोनों नगरों के स्नान घाटों पर विश्वस्तरीय म्यूजिक सिस्टम लगवाने जा रही है। यह जानकारी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को दी। मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर स्वास्थ्य विभाग के एक कार्यक्रम के दौरान किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोग कांवड़ियों के लिए डीजे की मांग कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि डीजे तो डिस्को डांस के लिए होता है। फिर कांवड़ियों की इसकी क्या जरूरत है। भाजपा पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अगर ये लोग कांवड़ियों के लिए भजन की बात करते तो अच्छा होता। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे बजाने पर रोक लगा दी है। चारों तरफ इसका विरोध हो रहा है। इस मुद्दे पर मुरादाबाद में हिंदू संगठनों और पुलिस के बीच टकराव भी हो चुका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने अयोध्या में परिक्रमा मार्ग पर छायादार वृक्ष भी लगवाया है। वृक्ष लगवाते समय वहां के साधु-संतों से राय भी ली गई थी। उनकी सलाह के अनुसार वहां पूजा वाले वृक्ष भी लगवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की समाजवादी सरकार लोकहित को ध्यान में रखकर काम कर रही है। इस मौके पर सूबे के स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन के निशाने पर मीडिया रही। अपने 35 मिनट के संबोधन में हसन लगभग 30 मिनट तक मीडिया को ही नसीहत देते रहे।

उन्होंने मीडिया पर यह आरोप भी मढ़ा कि भाजपा के झूठ में शामिल होकर उसने केंद्र में मोदी की सरकार बनवा दी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उप्र की सपा सरकार के मुकाबले पूरे देश में कोई सरकार काम नहीं कर रही है, लेकिन मीडिया को यहां के अच्छे काम दिखाई नहीं दे रहे हैं।

नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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