Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

रक्षा निर्यात में वृद्धि का अनुमान

Published

on

पणजी,रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर,मेक इन इंडिया कार्यक्रम,एनओसी,प्राथमिकता

Loading

पणजी | रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सोमवार को कहा कि मेक इन इंडिया कार्यक्रम के कारण गत छह से आठ महीने में रक्षा निर्यात में वृद्धि हुई होगी। पर्रिकर ने यहां राज्य के दो दिवसीय दौरे के दौरान संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में यह बात कही।

उन्होंने कहा, “वास्तविक आंकड़ा कुछ समय बाद आएगा।” पर्रिकर से पूछा गया था कि क्या रक्षा निर्यात बढ़ाने के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमों का असर हुआ या नहीं। पर्रिकर ने कहा, “रक्षा मंत्रालय की (नकारात्मक सूची) से अधिकतर उत्पादों को हटा दिया गया है। उन्हें निर्यात के लिए खोल दिया गया है। गत छह से आठ महीने में निर्यात अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) ऑनलाइन दिए जा रहे हैं। कोई शिकायत नहीं मिल रही है। पहले एनओसी हासिल करने में महीनों लग जाया करते थे। अब हम एक निश्चित अवधि के भीतर इसे दे रहे हैं। उद्योग से हमें सूचना मिली है कि उन्हें निश्चित अवधि के भीतर ही एनओसी मिल रहा है। यही नहीं यह उनकी उम्मीद से भी पहले मिल रहा है।”

उन्होंने कहा कि रक्षा खरीद में मेक इन इंडिया उनकी प्राथमिकता रहती है। उन्होंने कहा कि रक्षा खरीद में वैश्विक उत्पाद की हिस्सेदारी काफी कम रह गई है और अधिकतर उत्पाद भारत में बने होते हैं। पर्रिकर ने बताया कि नकारात्मक सूची से दो-तिहाई उत्पादों को बाहर कर दिया गया है और इससे उनके विनिर्माण और व्यापार को बढ़ावा मिला है। मंत्री ने कहा, “सामानों को सूची से हटाने के बाद वे निर्यात के लिए मुक्त हो गए। उनका निर्विरोध व्यापार हो सकता है। इसलिए उनमें एनओसी की अनिवार्यता स्वत: समाप्त हो गई। अब विनिर्माण और निर्यात के लिए अधिक सामान उपलब्ध हो गए हैं।”

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

Published

on

Loading

प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

Continue Reading

Trending