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राम मंदिर के प्रमुख पक्षकार महंत भास्कर दास का निधन
फैजाबाद। राम जन्मभूमि मामले के पक्षकार रहे निर्मोही अखाड़े के महंत भास्कर दास का शनिवार सुबह निधन हो गया। पिछले मंगलवार को उन्हें सांस की बीमारी व पैरालाइसिस अटैक के चलते एक निजी हृदय रोग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तभी से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। 89 वर्षीय महंत भास्कर दास 1959 से राम जन्मभूमि के मुकदमे जुड़े थे। अयोध्या के तुलसीदास घाट पर शनिवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
महंत के करीबियों ने बताया कि वह काफी अरसे से बीमार चल रहे थे। शनिवार सुबह करीब चार बजे के आसपास उन्होंने अंतिम सांस ली। भास्कर दास का इलाज कर रहे डॉ. अरुण कुमार जायसवाल ने बताया कि उनको लकवे का अटैक हुआ। उन्हें बाहर भेजने के लिए सलाह दी गई थी पर वे धार्मिक कारणों से लखनऊ और दिल्ली इलाज के लिए नहीं जाना चाहते थे।
बताया जा रहा है कि भास्कर दास को यह तीसरा हार्ट अटैक आया। इससे पहले उन्हें साल 2003 और 2007 में भी अटैक आ चुका था। महंत के निधन की सूचना के बाद उनके शिष्यों का जमावड़ा अयोध्या स्थित मंदिर में लगने लगा है।
महंत भास्कर दास ने श्रीरामजन्म भूमि पर भव्य राम मंदिर के लिए लंबी लड़ाई लड़ी। उन्होंने वर्ष 1959 में श्रीरामजन्म भूमि पर अपना दावा प्रस्तुत किया था। उनके उत्तराधिकारी पुजारी रामदास ने बताया कि महंत जी का सपना था कि उनके जीते जी राम मंदिर बन जाए।
बता दें, इससे पहले बाबरी मस्जिद के सबसे बुजुर्ग पैरोकार हाशिम अंसारी का का भी निधन हो गया था। महंत भास्कर दास और हाशिम अंसारी के बीच अच्छे संबंध थे। वे कई मौको पर साथ नजर आए और इस मामले को जल्द से जल्द निपटाना चाहते थे।
IANS News
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्यपाल गुलाब चंद काटिया की तारीफ
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान वीरवार को मोहाली के डेराबस्सी के मुबारिकपुर में आयोजित जैन भगवती दीक्षा महोत्सव में शिरकत करने पहुंचे थे। यह कार्यक्रम जैन समुदाय की तरफ से आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मान ने कहा कि राज्य सरकार महान गुरुओं, संतों, ऋषियों, पैगंबरों और शहीदों के दिखाए मार्ग का अनुसरण करते हुए जनता के कल्याण और राज्य के विकास के लिए कार्य कर रही है। कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और उनकी पत्नी भी मौजूद रहीं।
मुख्यमंत्री ने पंजाब के राज्यपाल की तारीफ की। उन्होंने कहा कि पंजाब के गर्वनर गुलाब चंद काटिया ने जब से प्रदेश के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक का कार्यभार संभाला है, तब से प्रदेश में बहुत अच्छी तरह से सरकार चल रही है और चंडीगढ़ प्रशासन भी चल रहा है। राज्यपाल काफी तजुर्बे वाले इंसान हैं। इसलिए वह ‘ मेकर भी हैं और उनके पास बहुत अनुभव है। क्योंकि राज्यपाल महोदय केंद्र में मंत्री रहे हैं, राजस्थान की राजनीति में उनका लंबा अनुभव है, एमपी और एमएलए भी रहे हैं। सीएम मान ने कहा कि राज्यपाल के तजुर्बे का मुझे भी फायदा मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह विभिन्न प्रकार के फूलों की विविधता आंखों को सुखद अनुभव देती है, उसी तरह हर समाज में हर धर्म का शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व देश की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। प्रदेश सरकार इस महान उद्देश्य के लिए प्रतिबद्ध है और राज्य में सामुदायिक सद्भाव को मजबूत करने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
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