Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

राष्ट्रपति करेंगे ‘ई-आर्ट कैटलॉग’ का विमोचन

Published

on

President-pranab-mukherjee, internatinal-women-day

Loading

नई दिल्ली| राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 11 दिसंबर को ‘राष्ट्रपति भवन की कला विरासत: एक चयन’ शीर्षक से एक इलेक्ट्रॉनिक आर्ट कैटलॉग का विमोचन बेवसाइट ‘प्रेसिडेंटऑफइंडियाडॉटएनआईसीडॉटइन’ पर करेंगे। राष्ट्रपति भवन पहली बार भवन का संपूर्ण कला संग्रह विश्व के लोगों के लिए खोल रहा है। इस कैटलॉग में राष्ट्रपति भवन की 113 उच्च गुणवत्ता वाली पेंटिंग के फोटोग्राफ्स और चुनी हुई कला वस्तुओं का संग्रह होगा।

भारत और विदेश के कुछ ही लोग जानते हैं कि राष्ट्रपति भवन में कला का समृद्ध संग्रह है। राष्ट्रपति भवन में आने वाले पूरे संग्रह का कुछ ही हिस्सा देख पाते हैं। इसके अलावा पेंटिंग के स्थान, प्रकाश व्यवस्था और दर्शकों से इसकी दूरी आदि के कारण सामान्य दर्शक को इसका अध्ययन करने और पेंटिंग की पूरी सराहना करने में परेशानी होती है। इससे दर्शक पेंटिंग को बड़ा और जूम-इन करके कला की बारिकियां देख सकेंगे जो नंगी आंखों से नहीं देखी जा सकती है।

राष्ट्रपति भवन की विज्ञप्ति के अनुसार, कैटलॉग उपयोगकर्ता के अनुकूल है और इसे फोटो एलबम की तरह डिजाइन किया गया है जिसमें पेंटिंग्स की फोटो बाएं पन्ने पर और जानकारी, कलाकार की पृष्ठभूमि और पेंटिंग का विषय दाहिने पन्ने पर है। दर्शक, श्रेणी या स्थान के जरिये कैटलॉग को ब्राउज कर सकते हैं।

ई-आर्ट कैटलॉग का अनुसंधान और संकलन राष्ट्रपति के प्रेस सचिव वेणु राजमणि ने नेशनल गैलरी ऑफ मॉर्डन आर्ट की अनुसंधान सहायक संग्राहक रुचि कुमार की सहायता से किया है।

अन्य राज्य

बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने आई लाखों जनता, मचा भगदड़

Published

on

Loading

भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा स्थित कुमुद विहार में आयोजित हनुमंत कथा के दूसरे दिन गुरुवार को वीआईपी गेट पर अव्यवस्था के कारण अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही। इसके कारण कई लोगों को चोटें आई हैं। कथा के संरक्षक बनवारी शरण महाराज ‘काठिया बाबा’ ने आयोजन समिति और पुलिस-प्रशासन पर मनमानी का आरोप भी लगाया। आयोजन स्थल पर पहुंचे कई लोगों ने कहा कि बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने आई महिलाओं को वीआईपी पास के बावजूद एंट्री नहीं दी गई। वहीं, वीआईपी गेट पर अव्यवस्था के कारण कई बार भगदड़ की स्थिति भी बनी रही।

व्यवस्था पर उठे सवाल

एक महिला चंद्रकला सुमानी ने बताया कि उनके पास वीआईपी पास थे। अगर सीटें नहीं थीं तो वीआईपी पास क्यों जारी किया गया है। यहां पर व्यवस्था काफी खराब है। पुलिस ने बिना सूचना के वीआईपी गेट को बदल दिया। कई महिलाओं ने आरोप लगाया कि अव्यवस्था के कारण भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। कई लोग नीचे गिरे लोगों के ऊपर से चढ़कर गुजर गए। कई लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया है। हालांकि, अव्यवस्था और तमाम आरोपों पर आयोजकों की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।

Continue Reading

Trending