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खेल-कूद

राष्ट्रमंडल खेल : 13 उभरते सितारे गोल्ड कोस्ट में छाप छोड़ने को तैयार

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नई दिल्ली, 3 अप्रैल (आईएएनएस)| आस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड प्रांत के गोल्ड कोस्ट में चार अप्रैल से शुरू हो रहे राष्ट्रमंडल खेलों में 13 किशोर एथलीट ऐसे हैं, जो अपनी छाप छोड़ने को तैयार हैं।

खेल जगत के इन उभरते सितारों में भारत के 15 वर्षीय निशानेबाज अनीश भानवाल का नाम भी शामिल है। अनीस 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय खिलाड़ी हैं।

अनीश ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) जूनियर विश्व कप में पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा का सोना अपने नाम किया था।

भारत की ओर से राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेने वाले चार निशानेबाजों में शामिल अनीश अपने साथ राष्ट्रमंडल खेल गांव में अपनी किताबें भी लेकर आए हैं। उनके लिए सीबीएसई ने 10वीं कक्षा के गणित प्रश्नपत्र के फिर से होने वाली परीक्षा की तारीख बाद की रखी है। ऐसे में वह राष्ट्रमंडल खेलों से वापस लौटने के बाद अपनी परीक्षा देंगे।

इन उभरते सितारों में 17 वर्षीया आस्ट्रेलियाई एथलीट बेंदेरे ओबोया का नाम भी शामिल है, जिन्होंने पिछले साल राष्ट्रमंडल युवा खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। वह इस साल महिलाओं की 400 मीटर रेस स्पर्धा में हिस्सा लेंगी। वह आस्ट्रेलिया की एथलेटिक टीम में सबसे कम उम्र की खिलाड़ी हैं।

आस्ट्रेलिया की इस एथलेटिक टीम में 18 वर्षीया रिले डे का नाम भी है। वह हमवतन ओबोया से 18 दिन बड़ी हैं। उन्होंने आस्ट्रेलियाई एथलेटिक्स ट्रायल में 100 मीटर और 200 मीटर रेस जीती थी।

स्कॉटलैंड के 17 वर्षीय कैलेन लॉ राष्ट्रमंडल खेलों में अपने बास्केटबॉल प्रतियोगिता में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी हैं।

कैलेन के अलावा, स्कॉटलैंड की एक और उभरती सितारा इन राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा ले रही हैं। 14 वर्षीया टोनी शॉ स्कॉटलैंड टीम की सबसे युवा सदस्य हैं। वह राष्ट्रमंडल खेलों में पदार्पण करेंगी।

स्कॉटलैंड की इस 14 साल की पैरा-तैराक के नाम 14 राष्ट्रीय रिकॉर्ड हैं और वह यहां एस9-100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक, एस9-100 मीटर फ्रीस्टाइल, एस9-100 मीटर बैकस्ट्रोक और एस10-200 मीटर व्यक्तिगत तैराकी स्पर्धा में हिस्सा लेंगी।

आस्ट्रेलिया की ‘द टर्मिनेटर’ नाम से लोकप्रिय महिला तैराक एरिआर्ने टिटमस 17 साल की हैं और उन्होंने अपने देश में हुए ट्रायल में 200मीटर, 400 मीटर और 800 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा को जीतकर राष्ट्रमंडल खेलों के लिए पदक विजेता के रूप में प्रबल दावेदारी साबित की।

टिटमस को तैराकी में इंग्लैंड की 17 साल की तैराक फ्रेया एंडरसन अच्छी टक्कर दे सकती हैं। उन्होंने पिछले साल ब्रिटिश खिताब, पहला जूनियर विश्व चैम्पियनशिप जीता था। इसके अलावा, वह 2017 विश्व चैम्पियनशिप में सीनियर टीम में शामिल रही थीं। राष्ट्रमंडल खेलों में वह 100 मीटर फ्रीस्टाइल में कड़ी प्रतिस्पर्धा करेंगी।

इंग्लैंड की तैराकी टीम में फ्रेया के साथ 17 साल की ही एमिले लार्ज शामिल हैं। वह विश्व जूनियर चैम्पियनशिप में 200 मीटर बटरफ्लाई स्पर्धा की खिताबी विजेता भी हैं। उन्हें ब्रिटेन की साल की उभरती एथलीट के पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है।

जिमनास्टिक में इस बार न्यूजीलैंड की दो 15 वर्षीया जिमनास्ट एथलीटों का प्रदर्शन देखने को मिलेगा। स्टेला एशक्रोफ्ट और स्टेला एल्बर्ट राष्ट्रमंडल खेलों में पदार्पण को तैयार हैं। एश्क्रोफ्ट जहां जूनियर राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीत चुकी हैं, वहीं एल्बर्ट ने तीन कांस्य पदक अपने नाम किए।

इस प्रतियोगिता में वेल्स की 15 वर्षीया एबिगेल हेनफोर्ड भी रिदमिक जिमनास्ट स्पर्धा में हिस्सा लेंगी। 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में वेल्स ने जिमनास्टिक में 10 पदक जीते थे। ऐसी ही आशा वेल्स को इस साल भी है।

स्कॉटलैंड की 16 वर्षीया पैरा-एथलीट बैथ जॉनस्टन ने पिछले साल एस10-100 मीटर बैकस्टोक और 50 मीटर बैकस्टोक में राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम किया।

इन सब उभरते सितारों में सबसे कम उम्र की खिलाड़ी 11 वर्षीया एना हर्से टेबल टेनिस में अपनी प्रतिभा दिखाने उतरेंगी। वह वेल्स की ओर से राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेने वाली अब तक की सबसे कम उम्र की एथलीट हैं। अपने चयन से ही उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी थीं। उन्हें हाल ही में वेल्स की उभरती सितारा के पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।

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खेल-कूद

विराट कोहली ने की है 12वीं तक पढ़ाई, इस सब्जेक्ट का नाम सुनकर ही आ जाता था पसीना

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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली आज अपना 36वां जन्मदिन मना रहे हैं। अपने 16 साल के करियर में विराट इतने आगे निकल गए हैं कि उनके रिकार्ड्स को तोड़ना लगभग नामुमकिन सा लगता है। आज विराट के जन्मदिन के मौके पर हम आपको ऐसी बात बताने जा रहे हैं जो आपने शायद पहले कभी नहीं सुनी होगी। आज हम आपको बताएंगे कि मैदान पर अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों को डराने वाले विराट किससे डरा करते थे।

आपको जानकर हैरानी होगी कि मैदान पर रिकॉर्ड्स के अंबार लगाने वाले विराट कोहली ने केवल 12वीं तक की ही पढ़ाई की है। क्रिकेट के प्रति दीवानगी के चलते उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। विराट ने दिल्ली की ‘विशाल भारती पब्लिक स्कूल’ से पढ़ाई की है। स्कूल की वेबसाइट में भी एल्युमनाई में कोहली का जिक्र है और उनकी तस्वीरें भी लगा रखी है।

दिल्ली के जानेमाने स्कूल में से एक इस स्कूल को कई अवार्ड मिल चुके हैं। विराट का फेवरेट सब्जेक्ट हिस्ट्री था। विराट हमेशा से ही अतीत की बातें सीखने के लिए उत्सुक रहते थे। मैथ्स एक ऐसा सब्जेक्ट था जिसके बारे में सुनकर विराट के पसीने छूट जाते थे। कहा जाता है कि एक बार विराट को मैथ्स में 100 में केवल 3 ही मार्क्स मिले थे।

विराट कोहली की ही कप्तानी में भारतीय टीम ने 2008 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जीती थी। यह टूर्नामेंट मलेशिया में खेला गया था। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर कोहली ने टीम इंडिया के लिए अपना पहला इंटरनेशनल मैच 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था।

 

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