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डोपिंग घोटलों से घिरा 31वां ओलम्पिक खेल आगाज को तैयार

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डोपिंग घोटलों

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डोपिंग घोटलोंरियो डी जेनेरियो| ब्राजील का रियो डी जेनेरियो 31वें ओलम्पिक खेलों के आगाज के लिए पूरी तरह से तैयार है। यहां शुक्रवार से 200 से अधिक देशों के एथलीट विभिन्न स्पर्धाओं में हिस्सा लेंगे। हालांकि, इस रियो ओलम्पिक-2016 में डोपिंग घोटालों का काला साया भी मंडराया है, जिससे रूसी एथलीट खासे प्रभावित रहे।

विश्व भर में अरबों लोगों द्वारा देखे जाने वाले इन खेलों में हिस्सा ले रहे भारतीय दल पर भी डोपिंग का असर हुआ है, जिसमें भारतीय शॉट पुटर (गोला फेंक) एथलीट इंद्रजीत सिंह पर भी डोपिंग के छीटे पड़े हैं। अपने दूसरे डोप टेस्ट में असफल होने के कारण इंद्रजीत को ओलम्पिक खेलों में हिस्सा से प्रतिबंधित कर दिया गया है। वहीं, काफी मशक्कत के बाद भारतीय पहलवान नरसिंह यादव इस दोष से मुक्त होकर ओलम्पिक खेलों में हिस्सा ले पाने में सक्षम हुए हैं।

नरसिंह के मामले में यह साफ साबित हो गया कि उनके खाने में किसी ने मिलावट की थी, जिसके कारण उनका पहला डोप टेस्ट नेगेटिव आया। इसके अलावा आयरलैंड के मुक्केबाज पर भी निषिद्ध दवा के सेवन के लिए प्रतिबंध लगा है। यहां अधिकारियों का कहना है कि अपने प्रदर्शन को बढावा देने के लिए दवाओं का सेवन करने वालों के प्रति सहिष्णुता नहीं दर्शाई जाएगी।

अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) ने गुरुवार को रूस के 389 में से 271 एथलीटों को ओलम्पिक खेलों में हिस्सा लेने के लिए स्वीकृति मिली है। रूस के करीब 30 प्रतिशत प्रतिभागियों को डोपिंग मामलों का दोषी पाया गया है।  आईओसी का यह फैसला ओलम्पिक खेलों के उद्धघाटन समारोह के शुरू होने के 24 घंटे पहले आया है।

रियोओलम्पिक-2016 के उद्धघाटन समारोह का आयोजन यहां शुक्रवार को माराकाना स्टेडियम में होगा। भारतीय समयनुसार इन खेलों का उद्धघाटन शनिवार सुबह चार बजे होगा।  आईओसी ने रूस के सभी एथलीटों पर प्रतिबंध लगाने के फैसले से इनकार कर दिया। यह फैसला कई रूसी एथलीटों के लिए राहत की सांस लेकर आया है।

रूसी ओलम्पिक समिति के अध्यक्ष एलेक्जेंदर झुकोव ने संवाददाताओं को बताया कि प्रशंसकों के लिए अच्छी खबर है कि देश के अधिकतर एथलीटों को ओलम्पिक खेलों में हिस्सा लेने की अनुमति मिल गई है। इससे पहले रूस की पूरी ‘ट्रैक एंड फील्ड’ टीम को ओलम्पिक खेलों में हिस्सा लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया था, जिसके कारण देश पर डोपिंग घोटाले का मामला सुर्खियों में आया था।

इसके अलावा ओलम्पिक खेल गांव की अपूर्ण तैयारियों का मुद्दा भी कई सप्ताह तक सुर्खियों में रहा, लेकिन ब्राजीलियाई अधिकारियों का कहना है कि वह रियो ओलम्पिक-2016 के उद्धघाटन के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। कई एथलीटों ने जीका वायरस के खतरे से भयभीत हो रियो ओलम्पिक-2016 में हिस्सा लेने से साफ इनकार कर दिया।

मच्छरों के काटने से फैलने वाला यह रोग कई देशों में अपने पैर पसार रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि ओलम्पिक खेलों के उद्धघाटन समारोह को करीब तीन अरब लोग देखेंगे। इसमें 300 पेशेवर नृतक और 5,000 स्वयंसेवक प्रस्तुति देंगे। ब्राजीलियाई सुपर मॉडल जिसेले बंडचेन और ब्रिटेन की अभिनेत्री जुडी डेंस के भी हिस्सा लेने की उम्मीद जताई जा रही है।

अधिकारियों का कहना है कि यह सबसे सुंदर उद्धघाटन समारोह होगा। समारोह के रचनात्मक निदेशक ने यहां संवाददाताओं को बताया कि ब्राजील के इस शो में लंदन ओलम्पिक के मुकाबले कम पैसे खर्च किए गए हैं। आप बिना अधिक खर्च के तहे दिल से काफी कुछ कर सकते हैं।
कार्यकारी निर्माता मार्को बालिच का कहना है कि यह उद्धघाटन समारोह आशा का संदेश देगा।

रियो में हालांकि, कई एथलीटों ने चोरी की वारदातों की शिकायत भी की, जिसके कारण आयोजकों ने अधिकारियों और एथलीटों से सावधानी रखते हुए माफी मांगी। इससे पहले बुधवार को स्वीडिश पर्यटक का फावेला के पास अपहरण कर लिया गया। हालांकि, बाद में उसे बिना कोई चोट पहुंचाए जाने दिया गया। रियो में इस प्रकार की कई वारदातों की खबरें मिली हैं, लेकिन पुलिस को हर स्थान पर तैनात किया गया है।

कई स्थानों पर भारी हथियारों से लैस पुलिसकर्मियों को देखा गया है, विशेषकर ओलम्पिक स्थलों, हवाईअड्डों और परिवहन टर्मिनलों पर।
ब्राजील सरकार ने रियो ओलम्पिक-2016 को अपराध रहित बनाने का वादा किया है। ब्राजील में अपराध की घटनाएं अन्य देशों के मुकाबले सबसे अधिक रही हैं। डोपिंग घोटालों के सुर्खियों में रहने के बावजूद भी एथलीट पूरी तैयारी के साथ ओलम्पिक खेलों में प्रवेश के लिए तैयार हैं।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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