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बिजनेस

रिलायंस जियो को 504 करोड़ रुपये का मुनाफा

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मुंबई, 19 जनवरी (आईएएनएस)| रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. (आरआईएल) की सहयोगी कंपनी रिलायंस जियो ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 504 करोड़ रुपये मुनाफा दर्ज किया है। कंपनी ने यहां शुक्रवार को एक बयान में कहा कि इस दौरान उसका कारोबारी राजस्व 6879 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही के दौरान 271 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया था।

आरआईएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश डी. अंबानी ने कहा, हमारी प्रतिबद्धता नए अभिनव उत्पादों को आगे बढ़ाने के लिए जो मौलिक रूप से ग्राहक के जीवन को बदल देगी और विशाल सामाजिक मूल्य पैदा करेगी।

उन्होंने कहा, जियो का मजबूत वित्तीय परिणाम व्यापार की मौलिक मजबूती, महत्वपूर्ण दक्षताओं और सही रणनीतिक पहल को दर्शाता है। जियो ने यह दर्शाया है कि वह अपने मजबूत वित्तीय प्रदर्शन को बनाए रख सकता है।

कंपनी ने कहा कि 31 दिसंबर, 2017 तक जियो के ग्राहकों की संख्या 16.01 करोड़ थी।

बयान में कहा गया है कि कंपनी को हरेक ग्राहक से औसतन 154 रुपये प्रति माह का राजस्व प्राप्त होता है।

बयान में बताया गया है कि तीसरी तिमाही के दौरान कुल वॉयस ट्रैफिक 31,113 करोड़ मिनट रहा।

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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