Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

लखनऊ पुलिस का नया कारनामा, हत्‍या को बता दिया एक्‍सीडेंट

Published

on

लखनऊ, उप्र सरकार के मुखिया अखिलेश यादव, राजधानी लखनऊ की पुलिस, कानून-व्‍यवस्‍था की स्थिति, हत्‍या जैसे जघन्‍य अपराध, एक्‍सीडेंट का मामला, नमन वर्मा, पंच सितारा होटल में एक्‍जीक्‍यूटिव

Loading

लखनऊ। उप्र सरकार के मुखिया अखिलेश यादव लाख दावा करते रहे कि उनकी सरकार में कानून-व्‍यवस्‍था की स्थिति पूरी तरह से चाक चौबंद है लेकिन राजधानी लखनऊ की पुलिस उनके इस दावे को तार-तार करने में जुटी है। शर्मनाक तो यह है कि हर मामले में खुद को दस में से दस नंबर देने वाली लखनऊ पुलिस हत्‍या जैसे जघन्‍य अपराध को एक्‍सीडेंट का मामला बताकर राजधानी में होने वाले लगातार अपराधों पर पर्दा डालने का प्रयत्‍न रही है।

बात हो रही है पंच सितारा होटल में एक्‍जीक्‍यूटिव पद पर काम करने वाले नमन वर्मा की दो दिन पहले हुई मौत की। विभूतिखंड थाने के एसओ ओमप्रकाश तिवारी ने जहां इस हत्‍या को पुल पर से कूदकर आत्‍महत्‍या का मामला बताया तो मौके पर पहुंचे दरोगा सुजीत उपाध्‍याय ने हत्‍या को एक्‍सीडेंट बता डाला मगर पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट ने पुलिस के कार्यशैली की पूरी पोल खोल कर रख दी। पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के शरीर में दो गोलियां लगने की बात कही गई। अब लखनऊ पुलिस को इस बात का जवाब नहीं सूझ रहा है कि यदि नमन वर्मा का एक्‍सीडेंट हुआ या उसने आत्‍महत्‍या की तो उसके शरीर से दो गोलियां कैसे बरामद हो गईं वो भी गर्दन और कांख के नीचे।

पुलिस की कार्यशैली से उठते सवाल
सवाल नं.-1: जिस जगह से नमन वर्मा का मृत शरीर मिला वहां वह पहुंचा कैसे जबकि कार्यस्‍थल से वह अपनी बाइक पल्‍सर पर बैठकर निकला था।

सवाल नं.-2: अगर नमन अपनी पल्‍सर बाइक से वहाँ पहुंचा तो उसकी बाइक कहाँ गयी?

सवाल नं.-3:  नमन के खून के निशान पुल के ऊपर मिले और बॉडी पुल के नीचे, कैसे?

सवाल नं.-4:  जब पुलिस पहुंची तो उसने पूरी तरह से मौका-ए-वारदात की जांच क्यों नहीं की?

सवाल नं.-5पुलिस ने हादसा बताकर आनन- फानन में डेड बॉडी का पंचनामा क्यों कर दिया? जबकि नियम है की पुलिस को डेड बॉडी की पूरी तरह से जांच करनी चाहिए।

सवाल नं.-6:  अगर पुलिस ने डेड बॉडी की पूरी तरह से जांच की थी तो उन्हें गोली के निशान क्यों नहीं दिखे?

सवाल नं.-7: मौका-ए-वारदात से यूपी 41 नंबर की इनोवा गाड़ी होने के मामले की जांच पुलिस ने क्यों नहीं की?

सवाल नं.-8:  जिस लड़की माही से आखिरी बार नमन ने मोबाइल पर बात की थी उसकी पूरी पड़ताल पुलिस ने क्यों नहीं की?

सवाल नं.-9: सुमित नामके लड़के के बयान पर पुलिस क्यों नहीं संजीदा है?

क्‍या कहना है नमन के परिजनों का
मृतक नमन वर्मा के परिजनों ने मधुरिमा रेस्‍टोरेंट से लेकर होटल रेनेसां जहां नमन काम करता था, वहां तक के सीसीटीवी फुटेज निकालकर हत्‍यारों तक पहुंचने की मांग की है, परिजनों का कहना है कि पुलिस कुछ नहीं कर रही है। दीपावली के दिन होटल में कुछ लोगों से व्‍यवस्‍था को लेकर कहासुनी हो गई थी, पुलिस को इस पहलू पर भी जांच करनी चाहिए।

उपरोक्‍त सारे सवालों को लेकर जब पुलिस उपाधीक्षक गोमती नगर से बात की गयी तो उन्होंने वही पुलिस का स्‍टैंडर्ड जवाब मामले की जांच की जा रही है, जल्‍द ही नतीजा सामने आएगा, कहकर किनारा कस लिया। वैस पुलिस लाख कहे कि टीम बनाकर जांच की जा रही है या मामले के हर पहलू पर पुलिस की निगाह है लेकिन जिस तरह से पिछले दो दिनों से राजधानी की तथाकथित काबिल पुलिस का रवैया देखने को मिल रहा है उससे साफ जाहिर है कि राजधानी में आए दिन होने वाली तमाम आपराधिक व जघन्‍य घटनाओं का जो हश्र होता आया है वही हश्र इस मामले में भी देखने को मिलेगा।

मुख्य समाचार

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

Published

on

Loading

पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

Continue Reading

Trending